- December 25, 2022
अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 की तरह राजधानी दिल्ली के स्टेशन में रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 3 करोड़ की धोखाधड़ी
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
आपने अक्षय कुमार की मशहूर फिल्म ‘स्पेशल-26’ जरूर देखी होगी, जिसमें 28 लोगों को फर्जी सीबीआई अधिकारी बनाकर ठगी की गई। राजधानी दिल्ली से ऐसी ही ठगी का मामला सामने आया है। फिल्म में स्पेशल-26 थे और यहां ‘स्पेशल-28’। इन 28 लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की गई।
दिल्ली स्टेशन में काम पर लगा दिया था
इतना ही नहीं ये सभी लोग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अलग-अलग प्लेटफार्मों करीब एक महीने तक रोजाना आठ घंटे आने-जाने वाली ट्रेनों और उनके डिब्बों की गिनती करते रहे। इन लोगों से कहा गया कि फिलहाल उनकी रेलवे में ट्रेनिंग चल रही है और यही उनका काम है। ये सभी लोग इस बात से बेखबर थे कि वे नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं।
नौकरी के नाम पर करोड़ों रुपये वसूले-
जानकारी के अनुसार ये सभी 28 लोग तमिलनाडु के रहने वाले हैं। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में दायर एक शिकायत के अनुसार, इन 28 लोगों को बताया गया था कि उनकी टीटीई, यातायात सहायकों और क्लर्कों के पदों की ट्रेनिंग चल रही है। रेलवे में नौकरी पाने के लिए इल सभी से दो लाख से लेकर 24 लाख रुपये तक वसूले गए। ईओडब्ल्यू में ये शिकायत 78 साल के एम सुब्बुसामी द्वारा दर्ज कराई गई। शिकायत के अनुसार, जून और जुलाई के बीच हुए एक महीने की ट्रेनिंग के लिए, धोखेबाजों के एक समूह द्वारा इन लोगों से 2.67 करोड़ रुपये ठगे गए।
बड़ी चालाकी से धोखाधड़ी के जाल में फंसाया-
पूर्व सैनिक सुब्बुसामी ही इन 28 लोगों को कथित धोखेबाजों के संपर्क में लाए थे, लेकिन उन्होंने दावा किया कि वह इस बात से अनजान थे कि यह सब एक घोटाला था और वह भी उनके जाल में फंस गए। मदुरै के एक पीड़ित 25 वर्षीय स्नेहिल कुमार ने कहा, “प्रत्येक उम्मीदवार ने सुब्बुसामी को दो लाख रुपये से लेकर 24 लाख रुपये तक की रकम का भुगतान किया, जिसने विकास राणा नाम के एक व्यक्ति को भुगतान किया। राणा ने दिल्ली में उत्तर रेलवे कार्यालय में खुद को एक उप निदेशक के रूप में पेश किया।”
इंजीनियर और ग्रेजुएट लोगों को बनाया शिकार-
धोखाधड़ी के शिकार होने वाले ज्यादातर पीड़ितों ने इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी की पढ़ाई की है। तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में रहने वाले सुब्बुसामी ने कहा, “मेरे रिटायरमेंट के बाद से मैं अपने इलाके के बेरोजगार युवाओं को बिना किसी स्वार्थ के नौकरी खोजने में मदद कर रहा हूं। ईओडब्ल्यू में दायर शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि वह दिल्ली के एक एमपी क्वार्टर में कोयम्बटूर निवासी शिवरमन नामक व्यक्ति से मिले। शिवरमन ने सांसदों और मंत्रियों के साथ अपनी जान-पहचान का दावा किया और रिश्वत के बदले बेरोजगारों के लिए रेलवे में रोजगार की पेशकश की। जिसके बाद सुब्बसामी नौकरी की तलाश कर रहे तीन लोगों के साथ दिल्ली आए और बाद में नौकरी पाने के लिए 25 लोग और उनके साथ आए।
कोट-पैंट पहन स्टेशन पर गिनते थे ट्रेने, सैलरी देने का समय आया तो उड़ गए होश
राजधानी दिल्ली में अजीबोगरीब ठगी का शिकार हुए’स्पेशल-28’ सामने आए हैं। जहां 28 लोगों के साथ रेलवे में नौकरी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की गई। इतना ही नहीं ये लोग करीब एक महीने तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों और उनके डिब्बों को गिनते रहे।
ईओडब्ल्यू कर रहा है मामले की जांच-
ईओडब्ल्यू ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया कि यह एक नौकरी घोटाला था और आगे की जांच चल रही है। रेल मंत्रालय में मीडिया और संचार के अतिरिक्त महानिदेशक योगेश बवेजा ने इस तरह के नौकरी घोटालों के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि रेलवे बोर्ड नियमित रूप से सलाह जारी कर रहा है और आम लोगों को इस तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ सतर्क कर रहा है