- March 5, 2023
सरोज को लेकर दुर्ग के कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ी, वैशालीनगर विधानसभा सीट से लड़ सकती हैं चुनाव, होली मिलन समारोह के बहाने रूष्टों को साधने की जुगत
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग हो चाहे भिलाई या फिर जिला। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे के खिलाफ उनके समर्थकों और पब्लिक के बीच नाराजगी बढ़ी है। पिछले दिनों संगठन के विस्तार और कार्यकारिणी की घोषणा ने आग में घी डालने का काम किया। दुर्ग और भिलाई के लगभग सारे सरोज समर्थकों को प्रमुख पदों से किनारे लगा दिया गया। इतना नहीं जिन्हें मजबूरी में संगठन में जगह दी गई, उन्हें भी हासिए पर रखा गया है। उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा। इस प्रकार लगातार जमीन खसक रही है। इन सबके बीच नई खबर बाजार में आई है कि सरोज के बचे हुए और अब तथाकथित कहे जाने वाले समर्थक यह प्रचारित कर रहे हैं कि सरोज पांडे चुनाव लड़ेंगी। वह भी संभवतः वैशालीनगर से। सीट को काफी सेफ माना जा रहा है, जहां से लगातार दो बार से विद्यारतन भसीन विधायक हैं। उन्हें भी सीट से हटाना पार्टी के लिए आसान नहीं है। इधर सरोज पांडेय ने 5 मार्च को होटल चौहान इंपिरियन नेहरूनगर बायपास रोड में होली मिलन समारोह रखा है। भाजपा के सारे दिग्गज नेताओं की नजर इस कार्यक्रम में है। वे अपने समर्थकों से लगातार ये पूछ रहे हैं की कौन कौन आ रहा है, कितने लोगों को बुलाया गया है। पल पल की रिपोर्ट मांगी जा रही है। कहा गया है कि पहुंचने वाले हर समाज, राजनीतिक, पत्रकार, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों की नाम सहित जानकारी दें। इधर सरोज से नाराज चल रहे लोगों ने पहले ही कार्यक्रम से किनारा कर लिया है। कुछ नाराज चल रहे लोगों को फोन कर बुलाया गया है।
सरोज के सुरक्षा घेरे से भी खासे परेशान हैं समर्थक
इधर सरोज पांडेय के सुरक्षा घेरे में तैनात कर्मियों से भी समर्थक बीजेपी नेता खासे परेशान हैं। लगातार उनकी फरमाइश पूरा करते करते ये नेता थक चुके हैं। हाल में एक पीएसओ ने जूते की फरमाइश कर दी। जूता भी ऐसा जो 6 हजार में आया। अब इसे लेकर चर्चा है। एक अन्य स्टाफ के लिए हफ्ते में एक दिन रात का इंतजाम भी करना पड़ता है। अन्य स्टाफ भी लगातार परेशान करता है।
चुनाव को लेकर टिकट की दौड़ लगना तय
आगामी वर्ष 2023 नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में राजनीतिक बिसात बिछने लगी है। बीजेपी में जहां पाटन विधानसभा से आने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हराने रणनीति तैयार की जा रही है। वहीं दुर्ग में राज्यसभा सरोज पांडेय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। वे यहां से जीतकर अगर सरकार बनी तो मुख्यमंत्री तक की कुर्सी में पहुंचने की जुगत में है। हालांकि उन्होंने वैशालीनगर विधानसभा सीट पर भी नजर बनाए रखी है। ताकि पार्टी इन दोनों जगह में से जहां भी कहे वे चुनाव लड़ने को लेकर तैयार रहे। राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं, फिर भी इन दिनों इसी बात को लेकर खासी चर्चा शहर में चल रही है। होली मिलन समारोह में अन्य विधानसभा टिकटों के दावेदारों के भी पहुंचने की संभावना है। उन्हें उम्मीद है कि सरोज उनकी टिकट फाइनल करा सकती हैं, यदि टिकट फाइनल न करा सकें तो कम से कम नाम का विरोध न करें।
पाटन सीट सबसे अहम, प्रधानमंत्री के आने के संकेत
पाटन में बीजेपी जीत के लिए लगातार सर्वे करा रही है। कथित रूप से लोक नीति के अलावा मीडिया जगत और अन्य सर्वे एजेंसियों से सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए शहर के प्रतिष्ठित लोगों के अलावा पत्रकारों, राजनीतिक जानकारों, समाजसेवियों को फोनकर फीड बैक लिया जा रहा है। इसमें पूछा जा रहा है कि क्या पाटन में भूपेश बघेल को हराया जा सकता है। यदि ऐसा है तो कौन हराकर सकता है। क्या सांसद विजय बघेल उन्हें हरा सकते हैं, जो रिश्ते में उनके भतीजे हैं। चाचा-भतीजे में आखिर कौन जीतेगा। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा पाटन में कराई जाए तो कितना असर पड़ेगा। यदि दो सभा करा दी जाए तो क्या भाजपा का प्रत्याशी जीत सकता है। विजय बघेल के अलावा और कौन भूपेश बघेल को टक्कर दे सकता है। इस प्रकार के फीडबैक इन सर्वे एजेंसियों द्वारा लिए जा रहे हैं।
दुर्ग सीट पर भी सरोज पांडेय की नजर
इधर दुर्ग शहर सीट पर भी राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय नजर बनाए हुए है। वे यहां से दो बार महापौर रह चुकी हैं। इसके अलावा वैशालीनगर विधानसभा से रिकार्ड वोटों से जीत हासिल कर चुकी हैं। दुर्ग लोकसभा की टिकट पर भी उन्होंने चुनाव जीता। इसके बाद कुछ समय तक वे दुर्ग से दूर रहीं, पिछले करीब 6 महीनों से वे लगातार अलग-अलग लोगों से मिल रही हैं। सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रही हैं। युवाओं की अलग टीम तैयार कर रही हैं। इससे उनके चुनाव लड़ने की तैयारी को समझा जा सकता है। इधर अरुण वोरा पिछले करीब 6 बार कांग्रेस की टिकट में दुर्ग से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें वे तीसरी बार विधायक बने हैं। इस बार भी उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा है।
भिलाई, वैशालीनगर और अहिवारा में तय नहीं
दुर्ग और पाटन सीट के अलावा अन्य सीटों पर दोनों राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों के नामों पर संशय बरकरार है। वर्तमान में भिलाई नगर से कांग्रेस के देवेंद्र यादव विधायक है। पिछले 5 सालों में उनकी कार्यप्रणाली को लेकर लगातार पार्टी हाईकमान के पास शिकायत पहुंचते रही है। वहीं वैशालीनगर से विद्यारतन भसीन विधायक हैं, जो बीजेपी से आते हैं। वे काफी बुजुर्ग हो चुके हैं, इसके अलावा लगातार जनता से दूर रहे हैं। उनका जनाधार भी पहले घटा है. इसी प्रकार अहिवारा में गुरु रूद्र कुमार विधायक है। वे कांग्रेस से आते हैं, और राजमहंत है। कांग्रेस उन पर दाव लगा सकती है। इस सीट से बीजेपी के लाभचंद बाफना भी सक्रिय भूमिका में है। पिछला चुनाव उन्होंने ही जीता था और वे संसदीय सचिव भी रहे। वर्ष 2018 के चुनाव में सावलाराम डहरे ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा वे कांग्रेस के गुरु रूद्र से चुनाव हार गए थे। इधर दुर्ग ग्रामीण से विधायक ताम्रध्वज साहू का भी जनाधार गिरा है। गृहमंत्री बनने के बाद से उनके व्यवहार में आए परिवर्तन से उनके समर्थक भी खासे नाराज है। हालांकि चुनाव आते ही साहू ने अपने समर्थकों को पुन: साधना शुरू कर दिया है।
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे
पाटन
भूपेश बघेल (कांग्रेस)- 84352 (51.85)
मोतीलाल साहू (भाजपा)-56875 (34.96)
दुर्ग ग्रामीण
ताम्रध्वज साहू (कांग्रेस)- 76208 (51.34)
जागेश्वर साहू (भाजपा)- 49096 (33.08)
दुर्ग शहर
अरुण वोरा (कांग्रेस) -64981(46.68)
चंद्रिका चंद्राकर (भाजपा) -43900 (31.53)
भिलाई नगर
देवेंद्र यादव (कांग्रेस)- 51044 (48.29)
प्रेम प्रकाश पांडेय (भाजपा)- 48195 (45.60)
अहिवारा
गुरु रूद्र कुमार (कांग्रेस)- 88735 (54.98)
सावला राम डाहरे (भाजपा)-57048 (35.35)
वैशालीनगर
विद्यारतन भसीन (भाजपा)- 72920 (49.72)
बीडी कुरैशी (कांग्रेस)- 54840 (37.39)
होली मिलन समारोह में शामिल हुईं सरोज पांडेय