- July 8, 2023
वोरा का जनाधार और भी बढ़ा, कसारीडीह वार्ड चुनाव में उनके प्रचार से भाजपा का सूपड़ा साफ
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
उप चुनाव में जीत से विधायक वोरा चुनावी मॅनेजमेन्ट के गुरु साबित हुए
दुर्ग। दुर्ग शहर विधानसमाक्षेत्र के विधायक अरुण वोरा की लोकप्रियता का ग्राफ शहर में निरन्तर बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिन पूर्व हुए कसारीडीह वार्ड के उपचुनाव में मिली जीत के बाद श्री वोरा चुनावी मैनेजमेन्ट के गुरु बनकर सामने आए है। इस वार्ड में कांग्रेस को सभी राउन्ड में जीत मिली है।
कसारीडीह वार्ड का उपचुनाव कांग्रेस के लिए सेमी फाइनल के समान था। इस चुनाव मे कांग्रेस पार्टी के साथ विधायक अरुण वोरा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई थी। भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। भाजपा का पूरा संगठन वार्ड में सक्रिय रहा। सांसद विजय बघेल भी वार्ड में पहुंचे थे। वहीं कांग्रेस से वार्ड के चुनाव की कमान विधायक अरुण वोरा ने स्वयं संभाल। रखी थी। लगातार वार्ड के मतदाताओं के संपर्क में रहे और कांग्रेस को भारी मतों से जीत दिलाकर भाजपा को चारों खाने चित कर दिया। ईस चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत से यह जाहिर हो गया है कि विधायक अरुण वोरा एक अपराजेय योद्धा है । और चुनावी कला कौशल में भी माहिर है। श्री वोरा ने दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के बीच लोकप्रियता की खास जगह घर बैठे नहीं बनाई है। निरन्तर सक्रिय होकर लगन और ईमानदारी से यह मुकाम हासिल किया है। चुनाव में पराजित होने वाला प्रत्याशी पराजय की अवस्था में अपने क्षेत्र में कभी सक्रिय नहीं रहता। लेकिन श्री वोरा लगातार तीन चुनाव हारने के बाद, भी बुलंद हौसले के साथ मतदाताओं के बीच सक्रिय रहे।
पिछले दो विधानसभा चुनाव मे श्री वोरा को लगातार मिली जीत उनकी सक्रियता का ही परिणाम है। श्री वोरा की गिनती पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे सक्रिय विधायक के रूप में की जाती है।
युवा, अधेड़, बुजुर्ग के साथ महिलाओं के बीच में श्री वोरा बेहद लोकप्रिय है। शहर का निरन्तर विकास करने के साथ मतदाताओ के सुख दुख में भी बराबर शामिल होते है।
स्वाभाव से सरल सहज होने के साथ व्यवहार कुशल है। गरीबो की सेवा में भी सदैव तत्पर रहते है। उन्हें यह गुण उनके पिता स्व. मोतीलाल वोरा से मिला है। वर्तमान में पिता का आशीर्वाद उनके साथ है। अगले विधानसभा के चुनाव में हैट्रिक जीत का रिकार्ड बड़ी भूमिका निभाएगा। श्रीवोरा कांग्रेस संगठन में कार्यकर्ताओ में एक नई उर्जा भरने का भी काम कर रहे है। श्री वोरा का कहना है कि अगले विधानसभा के चुनाव में प्रदेश के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल की जनकल्याणकारी नीति निर्णायक भूमिका निभाएगी। मुख्य मंत्री भूपेश बघेल पर प्रदेश की जनता को पूरा भरोसा है। श्री बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की पूरी टीम युद्ध स्तर पर सक्रिय है।
कसारीडीह चुनाव को बताया सेमीफाइनल
कसारीडीह वार्ड-42 के उपचुनाव को लेकर विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इस चुनाव में वार्ड के रोल मॉडल विधायक अरुण वोरा रहे। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया, जिसमें 2248 वोट पड़े। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी प्रीति गीते को सबसे ज्यादा 1391 वोट मिले। वहीं भाजपा प्रत्याशी कांता साहू को मह 744 वोटों से संतोष करना पड़ा। अन्य प्रत्याशियों में खिलेश्वरी निर्मलकर को 68 वोट मिले। इस प्रकार कांग्रेस ने यह सीटे बड़े मतों के अंतर से जीत गई।
इस चुनाव में भाजपा एक भी बूथ में चुनाव नहीं जीत सकी। हर जगह भाजपा के उम्मीदवार को करारी शिकस्त मिली। इसके बाद से पूरे वार्डों में खासी चर्चा है। विधायक अरुण वोरा का जनाधार पहले से ज्यादा बढ़ा है। उनके जनाधार की वजह से ही कांग्रेस ने इस चुनाव में एक तरफा जीत हासिल की। जबकि भाजपा की तरफ से बीजेपी के जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा मोर्चा संभाल रहे थे। कई अन्य भाजपा के दिग्गज जम हुए थे। चुनाव से पहले कसारीडीह से लगे रविशंकर स्टेडियम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सभा भी हुई। जहां संभाग स्तर से 15 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हुए। बावजूद इसके वार्ड में भाजपा के पक्ष में माहौल नहीं बन सका। इस प्रकार अमित शाह की सभा भी भाजपा प्रत्याशी कांता साहू को जीत नहीं दिला सका।
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव यानी वर्ष 2018 में अरुण वोरा को 46.68 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि बीजेपी प्रत्याशी चंद्रिका चंद्राकर को 31.53 प्रतिशत वोट शेयर के साथ संतोष करना पड़ा था। इस बार वोरा का वोट प्रतिशत बढ़ने की संभावना जताई है। वोरा को 64981 वोट मिले थे। वहीं चंद्रिका चंद्राकर को 43900 वोट पड़े थे। लगभग 21 हजार के एक बड़े अंतर से वोरा ने चुनाव जीता था। वोरा तीन बार से विधायक है। उनके विधायक बनने के बाद से दुर्ग में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। संभाग मुख्यालय होने की वजह से इसका असर आसपास की अन्य विधानसभा सीटों पर भी पड़ा है। वहां भी कांग्रेस के पक्ष में माहौल है।