- March 31, 2024
गुंडागर्दी में भी लोकल वर्सेस यूपी-बिहारी, दुर्ग जेल में हुए घटनाक्रम के तार रसूखदारी से जुड़े
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
सेंट्रल जेल दुर्ग गैंगस्टर तपन सरकार के शिफ्ट होने के बाद एक बार फिर चर्चा में है। जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त जांच, वह भी अच्छा संहिता के दौरान कई सवाल खड़े कर रहे हैं। इस पूरे जांच को राजनीतिक हलकों से मिले निर्देशों के परिणित माना जा रहा है। हालांकि प्रशासन द्वारा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए इसे रूटीन जांच बताया जा रहा है। इस जांच में मोबाइल फोन, थारदार वस्तुएं और नशे का सामान मिला था, जो पहले भी जेलों की जांच में मिलते रहे हैं। प्रशासन का यह दावा कि जांच रूटीन थी, चुनाव को ध्यान रखकर की गई, तो प्रदेश के अन्य जिलों में जांच क्यों नहीं की गई। ट्राई सिटी की टीम ने जब कारणों को खंगालना शुरू किया तो कहानी कुछ और सामने आई। पूरी कहानी रसूख से जुड़ी है। गैंगस्टर तपन सफर इस समय दुर्ग जेल में है। उसने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया था। खुर्सीपार में वे कांग्रेस का प्रचार करते नजर आए थे। इस चुनाव में भिलाई नगर की इस सीट से पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय चुनाव हार गए थे। इधर प्रदेश की सत्ता में भाजपा की वापसी हो गई। सरकार बनने के कुछ समय बाद खुर्सीपार में हुई हटाया के एक मामले में तपन सरकार को आरोपी बनाया गया और जेल भेज दिया गया। तब से वह इस मामले में जेल में निरुद्ध है।
असली कहानी यह है…
तपन सरकार जुर्म की दुनिया में बड़ा नाम है। उसके कई बड़े लिंक होने के साथ पूरे प्रदेश में एक बड़ा ग्रुप है। अपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों का उसको छत्तीसगढ़ में सपोर्ट है। दुर्ग, भिलाई में यूपी और बिहार से आकर यहां बसे अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की वह लंबे समय से किरिकिरी बना हुआ है। न चाहकर भी कुछ ऐसे लोग उससे जुड़े हुए हैं। लेकिन तपन के दुर्ग में रहते हुए उनकी दाल कहीं भी नहीं गल पाती। जेल में रहते हुए भी तपन का दबदबा हर तरफ बना हुआ है। तपन की शराब, माइनिंग, जमीन से लेकर कुछ अन्य मामलों में खासी दखल है। और यह दखल समय के साथ बढ़ी ही है। कुछ लोग चाह कर भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं। इस वजह से राजनीतिक षड्यंत्र के तहत अब उसे जिले से बाहर भेजने की तैयारी है। इसके लिए पूरी प्लानिंग की जा चुकी है। पुलिस द्वारा कोर्ट में आवेदन करने तक तैयारी की जा चुकी है।
ट्रेन हाइजेक का मास्टर माइंड काबरा और सेवादार रिंकू पांडेय दूसरी जेल शिफ्ट
ट्रेन हाइजेक और जयचंद वैद्य अपहरण का आरोपी उपेंद्र उर्फ काबरा को दुर्ग जेल से बिलासपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया है। सेवादार के रूप काम करने वाले कैदी रिंकू पांडेय को अंबिकापुर जेल भेजा गया है। वह राउंड प्रभारी का भी काम करता था। वहीं जेल की सुरक्षा में तैनात चक्कर अधिकारी अशोक साव को हटा दिया गया है। तपन सरकार के जेल ट्रांसफर के लिए भी न्यायालय में आवेदन किया गया है। जेल में इस समय महादेव एप ऑनलाइन सट्टा का आरोपी दीपक नेपाली भी जेल में हैं।