- August 30, 2024
शिल्प ग्राम थनौद की बेटी ने अपनी पेंटिंग से दुनिया को चकित किया, उसने अशोक वाटिका में हनुमान और सीता पर रावण द्वारा चंद्रहास तलवार से प्रहार की पेंटिंग बनाई

ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग
शिल्पग्राम थनौद, जहां हर घर में एक मूर्तिकार है। इस ग्राम में भगवान गणेश और मां दुर्गा की मिट्टी की प्रतिमाएं तैयार की जाती है, जिसकी पूरे मध्य भारत में डिमांड है। अब यहां की बेटियां भी इस कला को केनवास पर उकेर रही हैं। थनौद के राधे श्याम चक्रधारी की बेटी पूनम चक्रधारी ने देश ही नहीं दुनिया में नाम रोशन किया है। उसने दुबई में स्थित कला शिल्प नामक संस्था द्वारा आयोडित संकट मोचन-2 के तहत सुंदरकांड थीम पर पेंटिंग तैयार की है। दुनियाभर के 225 कलाकारों ने इसमें भाग लिया, जिसमें पूनम पांचवें नंबर पर रहीं। उन्हें सम्मानित किया गया। उसने अशोक वाटिका में हनुमान और माता सीता पर चंद्रहास तलवार से किए जा रहे प्रहार को अपनी पेंटिंग में उकेरा रहा, जिसे इस विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है। संकट को हरने वाले भगवान श्री हनुमान को “संकटमोचन“ कहा गया है। इसी विषय को लेकर दुबई में स्थित ‘‘कला-शिल्प’’ द्वारा अंतराष्ट्रीय स्तर पर कला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। संस्थान के प्रमुख अनिल केजरीवाल हैं। बता दें कि उनके द्वारा पहले भी इस प्रकार की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें भारत सहित अन्य देशों के 200 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया था। इस आयोजन की घोषणा ‘‘संकटमोचन’’ विषय के साथ की गई थी। इसमें कलाकारों को हनुमान चालीसा की किसी भी चौपाई पर आधारित श्री हनुमानजी पर पेंटिंग बनानी थी। डूंगरपुर की चित्रकार डॉ. अभिलाषा भावसार ने हनुमान चालीसा की चौपाई पर अपनी कलाकृति बनाई, जिसका चयन किया गया था। इसके बाद डॉ.भावसार की पेंटिंग ‘‘बचपन’’ विषयक पर आधारित पेटिंग यूनाईटेड किंगडम (यूके) में बिकी थी। दुर्ग जिले के ग्राम थनौद से आने वाली पूनम की प्रतिभा ने लोगों को प्रभावित किया है। प्रतिभा इस समय खैरागढ़ विश्वविद्यालय में सातवें सेमेस्टर की छात्रा है। वह बचपन से अपने पिता और भाई का हाथ बटाते आ रही है। उसने मिट्टी की मूर्तियां बनाने की कला भी अपने पिता से सीखी है।
पूनम बताती हैं कि इस अंतराष्ट्रीय कला प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन किया गया। 30 जून तक प्रतियोगिता में भाग लेने और अपनी पेंटिंग समिट किया जाना था। दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के अनिल केसरीवाल ने प्रतियोगिता का आयोजन किया। उन्होंने द आर्ट्स क्राफ्स की घोषणा की थी। दुनियाभर को लोगों, कलाकारों को आमंत्रित किया था। व्यापरिक कंपनी स्टार ग्लोबल ने इस इवेंट का प्रचार किया। अनिल केजरीवाल ने सुंदरकांड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यामिकता को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया गया। पहले भी इस प्रकार के आयोजन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कला सीखने का अवसर अपने दादा, पिता और भाई से मिला, जिसे वे आगे बढ़ा रही हैं।