• September 4, 2024

बुधवारा और उसके आश्रित ग्राम बासीन में जल जीवन मिशन घोटाला, अधिकारी दे रहे ठेकेदार को संरक्षण, 7 महीने से प्यासी है 3 हजार की आबादी

बुधवारा और उसके आश्रित ग्राम बासीन में जल जीवन मिशन घोटाला, अधिकारी दे रहे ठेकेदार को संरक्षण, 7 महीने से प्यासी है 3 हजार की आबादी

ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज

बेमेतरा जिला लंबे समय से उपेक्षित है। यहां के ग्रामीणों की सुनवाई न उनके नेता के पास है, न ही प्रशासनिक महकमें के अधिकारी उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेते हैं। उन्हें अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से ही आस है कि उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके। हम बात कर रहे हैं जल जीवन मिशन की, जिसमें वैसे तो पूरे प्रदेश में घोटाले हुए हैं, लेकिन एक मामला हमारे सामने आया है। इसमें 3 हजार की आबादी तक पानी पहुंचाने के नाम पर पिछले 7 महीने से इन ग्रामीणों को ही प्यासा छोड़ दिया गया है। योजना के तहत नल-जल योजना के अंतर्गत घर-घर नल कनेक्शन देना है। 7 महीने पहले करीब साढ़े 4 सौ घरों के बाहर पाइप लाकर छोड़ दिया गया है, लेकिन घरों में कनेक्शन अब तक नहीं दिया गया है। इतना ही नहीं, पानी की टंकी तो बनाई है, लेकिन मोटर पंप नहीं होने से पानी को स्टोर नहीं किया जा रहा। जबकि दावा किया जा रहा है कि टेस्टिंग का काम पूरा हो चुका है। इस प्रकार पानी पहुंचने के नाम पर बिछाई गई पाइप लाइन और टेस्टिंग के नाम पर भी गड़बड़ी सामने आई है। इस पूरे मामले में ट्राईसिटी के रिपोर्टर ने गांव में एक-एक परिवार से बात की। सरपंच से भी पूरी योजना से जुड़ी जानकारी ली। इसमें यह पता चला है कि साजा के किशोर राठी ने पाइप लाइन बिछाने का काम लिया है। जानकारी के मुताबिक वह कांग्रेस नेता है। उनकी पत्नी ज्योति राठी साजा नगर पंचायत में पार्षद हैं।

गांव के अभिजीत सिंह राजपूत ने बताया कि जगह-जगह गड्ढे खोदकर छोड़ दिया गया है। हर जगह काम अधूरा है। पिछले सात महीने से ग्रामीण लगातार चक्कर काट रहे हैं। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की जा चुकी है, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं है। उल्टी ठेकेदार को संरक्षण दिया जा रहा है। गांव की सारी गलियों में पाइप बिछाने का काम तो किया गया है, लेकिन कहीं भी फिलिंग का काम नहीं किया गया है। बारिश के दिनों में लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।

इस मामले में सरपंच वीरेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि लोगों के घरों तक जल्द पानी पहुंच जाएगी। बारिश की वजह से काम रुका हुआ है। सरकारी बोर से टेस्टिंग का काम कराया गया था। ग्रामीणों को परेशानी न हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। गड्ढों की फिलिंग के लिए कार्य एजेंसी को कहा गया है। उच्च अधिकारियों को भी वस्तु स्थिति​ से अवगत करा दिया गया है।

आश्रित ग्राम बासीन में भी ऐसी ही परेशानियां, नमाज के लिए भी हो रही परेशानी

गांव की कोटवार कुमारी बाई मानिकपुरी बासीन गांव की है, उनका कहना है की उनके घर के सामने जल जीवन मिशन नल जल योजना के तहत गद्दा किया गया है जो अब नाली बन चुका है और उसे अभी तक पता नहीं गया ना ही उसे पर किसी भी प्रकार का मरम्मत कार्य हुआ है यह गांव बुधवारा गांव का आश्रित गांव है ,यहां की जनसंख्या एक हजार के लगभग है,जो कि बुधवारा गांव का 2 गुना है। यहां 50 से 60 घर मुस्लिम समुदाय के हैं जो कि इसी रास्ते से ईदगाह नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं।  गड्ढों की वजह से लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। मुस्लिम समाज के लोग एक गली से होकर नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं, जहां हर तरफ गंदगी पसरी पड़ी हुई है। सीवरेज का गंदा पानी सड़क पर फैल रहा है। न तो सफाई कराई जा रही है, न ही गड्ढे को पाटने के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसे लेकर भी कई बार पंचायत और जनपद पंचायत में शिकायत की जा चुकी है।

 

इस तरह जल जीवन मिशन नल जल योजना के तहत जिस भी गांव में पाइपलाइन बिछाने का काम हुआ वहां देखने को मिली समस्याएं ना तो पाइपलाइन ही सही ढंग से बिछाई गई, खुदाई हुई पाइपलाइन की जगह को भी किसी भी तरह से मरम्मत नहीं किया गया, जिनके द्वारा यह काम दिया गया, उन्होंने भी ना जगह में जाकर देखा और ना ही स्थल मुआयना किया ठेकेदारों को मिलने वाली राशि भी उन्हें समय पर नहीं मिली शायद इसीलिए उन्होंने खोदे हुए नाली के गड्ढों को बनाना उचित नहीं समझा। इसी तरह से जहां भी पाइपलाइन बिछाने का काम हुआ ,यही हाल सभी गांव, नगरों में देखने को मिल रहा है। संबंधित विभाग को इस विषय में संज्ञान लेने की आवश्यकता है।जिस विभाग ने काम करवाया और जिस व्यक्ति को इसका काम मिला, दोनों की लापरवाही साफ उजागर होती है।

बुधवारा गांव साजा विधानसभा जिला बेमेतरा में गांव वालों ने की शिकायत, जल जीवन मिशन के तहत नल जल योजना का कार्य 6 , 7 महीना पहले गांव बुधवारा में हुआ परंतु गांव वाले आज तक, पानी से वंचित है, सड़क रोड और गलियारों को खोदा गया है, जिसमें किसी भी प्रकार का भराव नहीं किया गया वहीं की मिट्टी वहीं का मलवा वापस उसी जगह डाल दिया गया है जो की समस्याओं को पैदा कर रहा है रोड को काटे जाने से आकस्मिक दुर्घटना होने की संभावना ज्यादा है। गलियारों को खोदा गया है जिसकी किसी भी प्रकार से कोई ढलाई का काम नहीं हुआ ,आज भी ग्रामीण अपने घर से निकलने के रास्तों को लेकर परेशान और बदहाल है। अभिजीत सिंह राजपूत ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कांग्रेस नेता किशोर राठी को काम मिला हुआ था , जिनकी पत्नी नगर पंचायत साजा श्रीमती ज्योति राठी पार्षद है, गांव की आबादी लगभग 500 है और पानी टंकी की दूरी 900 मीटर है ,जहां से यह पाइप लाइन पूरे गांव में फैली हुई है, 4 फीट की गली है , बीच का रास्ता लगभग 2 फीट में पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्ढा किया गया था। जिसमें उस गड्ढे का भराव निर्माण अभी तक नहीं हुआ है।

 

 

ट्राई सिटी एक्सप्रेस, ब्यूरो चीफ बेमेतरा, योगेश कुमार तिवारी, 9425564553, 6265741003,


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