• November 24, 2024

आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास, विधायक गजेन्द्र यादव ने मुख्य प्रवेश द्वार के लिए की 20 लाख की घोषणा की

आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास, विधायक गजेन्द्र यादव ने मुख्य प्रवेश द्वार के लिए की 20 लाख की घोषणा की

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज

दुर्ग । केन्द्रीय गोड़ महासभा धमधागढ़ द्वारा बूढ़ादेव भवन कचना धुरवा देवालय सिविल लाईन में रविवार को आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन में आदिवासी समाज के युवा वर्ग ने भारी उत्साह दिखाया। फलस्वरुप सम्मेेलन में विवाह योग्य युवक-युवतियों के अलावा उनके परिजन हजारों की संख्या में जुटे। सम्मेलन में करीब 200 से अधिक विवाह योग्य युवक-युवतियों द्वारा न केवल अपना पंजीयन कराया गया, बल्कि उन्होने मंच में आकर बेबाकी से अपने शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी देकर योग्य जीवनसाथी चुनने की दिशा में कदम बढ़ाया। इसके अलावा सम्मेलन में इच्छुक तलाकशुदा, विधवा व विधूर द्वारा भी अपना नया जीवनसाथी चयन के लिए अपना परिचय दिया गया। इस दौरान अतिथियों व समाज प्रमुखों द्वारा गोंडवाना सगा पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। सम्मेलन में दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। श्री यादव ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह समाज प्रकृति के रक्षक के रुप में जाना जाता है। जिसकी वजह से आज जल, जमीन व जंगल सुरक्षित है। समाज में देवी-देवता पूजन की विशेष मान्यता है। इनके पूजन पद्धति से देवी-देवताओं के शक्ति का साक्षात् अनुभव होता है। विधायक गजेन्द्र यादव ने कहा कि राजा जगतपाल की नगरी दुर्ग में कचना धुरवा देवालय और धमधा के धमधागढ़ किला को आदिवासी समाज ने सुरक्षित व संरक्षित रखा है। पूर्व में यह धमधा कई समाजों की राजधानी हुआ करती थी, यह गौरव का विषय है कि धमधागढ़ किला का नेतृत्व केन्द्रीय गोंड़ महासभा के आधिपत्य में किया जा रहा है। श्री यादव ने सम्मेलन में शामिल हुए युवक-युवतियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवक-युवती समाज के भविष्य है। उन्हें समाज को अपने कार्यों से उचाईयों पर ले जाना है, लेकिन वर्तमान में कुछ अराजक तत्वों द्वारा समाज को जाति वर्ग में बांटने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे लोगों से हमें बचने की आवश्यकता है। श्री यादव ने केन्द्रीय गोड़ महासभा धमधागढ़ की मांग पर कचना धुरवा देवालय सिविल लाईन के मुख्य प्रवेश द्वार निर्माण के लिए 20 लाख रुपए राशि देने की घोषणा भी की। श्री यादव ने कहा है कि यह मुख्य प्रवेश द्वार आदिवासी समाज के संस्कृति के अनुरुप बनाया जाएगा। इसके लिए आगे और भी राशि की जरुरत पड़ने पर राशि देने में कमी नहीं की जाएगी। इसके पहले स्वागत भाषण केन्द्रीय गोड़ महासभा धमधागढ़ के अध्यक्ष एमडी ठाकुर ने दिया। श्री ठाकुर ने महासभा की उपलब्धि व कार्यों को गिनवाते हुए कहा कि महासभा द्वारा पुरातत्व धमधागढ़ किला और कचना धुरवा देवालय को सहेजकर रखा गया है। धमधागढ़ किला के लिए आदिवासी समाज ने लंबी लड़ाई लड़ी है। भारतवर्ष में बहुत से किले है,लेकिन धमधागढ़ किला ऐसा है, जिसका आधिपत्य केन्द्रीय गोड़ महासभा के पास है। श्री ठाकुर ने बताया कि युवक-युवती परिचय सम्मेलन का महासभा द्वारा पिछले 30 वर्षों से आयोजन करवाया जा रहा है। आयोजन से विवाह योग्य युवक-युवतियों के माता-पिता को अपने बच्चों के लिए योग्य जीवनसाथी तलाशने में आसानी होती है। केन्द्रीय गोंड़ महासभा द्वारा सामाजिक सामुहिक विवाह का भी आयोजन किया जाता है। सम्मेलन का संचालन प्रो. यशेश्वरी धु्रव ने किया। सम्मेलन में केन्द्रीय गोड़ महासभा धमधागढ़ के प्रमुख सलाहकार सीताराम ठाकुर, सचिव नीलकंठ गढ़े, विष्णुदेव ठाकुर, राजेश ठाकुर, भीष्म नागेश, पन्नालाल नेताम, आरएस नेताम, एसआर सोनी, पार्षद माहेश्वरी ठाकुर, राजकुमार ठाकुर, माखन कोमरे, मयाराम मरई, तानसिंह उईके,नारायण मंडावी के अलावा देश के अन्य राज्यों से भी आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।


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