- February 5, 2025
परंपरागत कब्जे वाले वार्ड 53 में भाजपा को मिल रही है कड़ी चुनौती, कब्जा रहेगा बरकरार या होगा परिवर्तन 11 को बटन दबाकर मतदाता करेंगे फैसला

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग। शहर के सबसे अधिक मतदाता वाले वार्ड की कतार में शामिल पोटियाकला वार्ड 53 मेंं मुकाबला रोचक और दिलचस्प हो गया है। यह वार्ड पिछले दो दशक से भाजपा के कब्जे में है लेकिन इस वार्ड में भाजपा को इस बार कड़ी चुनौती मिल रही है। पोटियाकला वार्ड में भापजा के वरिष्ठ नेता जिला उपाध्यक्ष और विधायक गजेन्द्र यादव के करीबी विनायक नातू उम्मीदवार है। कांग्रेस ने पूर्व एल्डर मैन और युवा नेता अंशुल पान्डे को प्रत्याशी बनाया है वही भाजपा की एक बागी उम्मीदवार पूर्व पार्षद सविता साहू और निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर योगेश्वर निर्मलकर (लाला) मैदान में है।
यहां गौरतलब है कि वार्ड के पार्षद के चुनाव में मतदाता राष्ट्रीय पार्टियों की बजाय प्रत्याशी के व्यक्तित्व का आकलन करके मतदान करते है चारों प्रत्याशियों का व्यक्तित्व अपने-अपने स्तर पर प्रभावशाली है। भाजपा प्रत्याशी विनायक नातू इससे पहले संगठन का काम रहते रहे है। पहली बार चुनाव के मैदान में उतरे है। सरल सहज और मितलसार होने के साथ सबसे वरिष्ठ और अनुभवी है। श्री नातू पिछले विधानसभा के चुनाव में चुनाव संचालक थे । विधायक गजेन्द्र यादव के प्रशासनिक प्रतिनिधि भी है। विधायक गजेन्द्र यादव के कहने पर मैदान में उतरे है। इसलिए इस चुनाव में विधायक गजेन्द्र यादव की प्रतिष्ठा भी दावं पर लगी हुई है। कांग्रेस ने पूर्व एल्डरमैन और युवक कांग्रेस के नेता अंशुल पान्डे को मैदान में उतारा है अंशुल पान्डे भी पहली बार चुनाव लड़ रहे है। श्री पान्डे कांग्रेस से जुड़े सभी लोगों को एकजुट करके अपनी प्रभावी उपस्थिति का अहसास करा रहे है। लायंस क्लब की टीम भी श्री पान्डे के लिए काम कर रही है। श्री पान्डे लगातार रैलियां निकालकर जनसंर्पक कर रहे है युवा वर्ग में बेहद लोकप्रिय है।
वार्ड 53 में भाजपा की बागी उम्मीदवार सविता साहू भी चुनाव लड़ रही है। एक समय सविता साहू भाजपा से इस वार्ड से पार्षद रह चुकी है। और तीसरी बार चुनाव लड़ रही है। सविता साहू पार्षद के कार्यकाल के दौरान काम करने को लेकर बेहद लोकप्रिय रही है। वार्ड के लगभग अधिकांश घरों में महिलाओं की रसोई तक उसका संपर्क रहा है। बड़ों का सम्मान करने के साथ व्यवहारिक और मिलनसार भी है। सविता साहू की उपस्थिति भी चुनाव को प्रभावित कर रही है। इसके अतिरिक्त निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर योगेश्वर निर्मलकर (लाला)की उपस्थिति ने पुरे चुनावी समीकरण को उलट-पुलट करके रख दिया है। श्री निर्मलकर पूर्व पार्षद अजय वर्मा के चुनाव संचालक रहे है। वार्ड की पृष्ठभूमि और मतदाताओं की मनोदशा से वाकिफ है श्री निर्मलकर विनम्र व्यवहार के करण लोकप्रिय है। इनका अपना वार्ड में बड़ा जनाधार है।
पोटिया कला वार्ड 53 में भाजपा प्रत्याशी को कड़ी चुनौती मिलने का सबसे बड़ा आधार यह है कि भाजपा से जुड़े दो प्रत्याशी चुनाव के मैदान में है। इससे भाजपा के वोटों का विभाजन तय माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस अकेले मैदान में है। वार्ड के मतदाता जनसंपर्क के लिए पहुंच रहे सभी प्रत्याशियों को पूरा रिस्पान्स दे रहे है। सभी प्रत्याशी मतदाताओं के रिस्पान्स से गदगद है और अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे है लेकिन यह रिस्पान्स वोट मे रूप में तब्दील होकर किसके खाते में जायेगा इसका अनुमान लगा पाना कठिन है। वार्ड में भाजपा का कब्जा बरकरार रहेगा या फिर परिवर्तन होगा इसका फैसला मतदाता 11 फरवरी को बटन दबाकर करेगें।