- April 14, 2025
जिला अस्पताल कमीशन खोरी के चक्कर में नियम विरुद्ध कर रहा दवाओं की खरीदी, शिकायत

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
साधारण सभा में अनुमोदन के बिना जीवन दीप समिति कर रही है खरीदी
सुशासन तिहार में सिविल सर्जन व नोडल अधिकारी के विरूद्ध शिकायत
दुर्ग। सुशासन तिहार के पहले चरण में जिला अस्पताल की जीवन दीप समिति के क्रिया कलापों के विरूद्ध शिकायत की गई है शिकायत में कहा गया है कि साधारण सभा की बैठक में बजट का अनुमोदन कराए बिना ही अनाप शनाप तरीके से राशि का दुरूपयोग कर उपकरण व दवाईयों की खरीदी की जा रही है और उसकी आड़ में कमीशन खोरी का खेल खेला जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जीवन दीप समिति के बायलाज में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि अस्पताल में उपकरण व दवाई सहित अन्य जरूरी सामानों की खरीदी के लिए साधारण सभा में बजट अनुमोदन कराना आवश्यक है। बजट के अनुमोदन के बाद ही सामानों की खरीदी की जा सकती है। लेकिन पिछले कुछ वर्षो से साधारण सभा में अनुमोदन के बिना दवाई उपकरण व अन्य सामग्रियों की मनमाने तरीके से खरीदी की जा रही है। और लाखों रूपये का व्यय किया जा रहा है। शिकायत में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन हेमंत साहू व नोडल अधिकारी अखिलेश यादव की मिलीभगत का संदेह जाहिर करते हुए इस पूरे मामले की जांच कर दोषी लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है। शिकायत के साथ जीवन दीप समिति के बायलाज को भी संलग्र किया गया है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि जीवन दीप समिति के पदेन अध्यक्ष जिला कलेक्टर होते है। जीवन दीप समिति के इस रवैये से कलेक्टर की छवि पर भी प्रतिकूल असर पडऩे की संभावना है।
यहां गौरतलब है कि जीवन दीप समिति के नियमावली की कंडिका 8 (कार्य समिति के अधिकार कर्तव्य व कार्य नियम) के उप कंडिका 6 के तहत साधारण सभा में बजट का अनुमोदन कराया जाना है। इसके साथ-साथ नियमावली की कंडिका 8 की उपकंडिका 14 के तहत कार्य समिति द्वारा भंडार गृह एवं स्टाक रजिस्टर का नियमानुसार संधारण किया जाना है। लेकिन स्टाक रजिस्टर के संधारण में भी लापरवाही बरती गई है और साधारण सभा में बजट अनुमोदन के बिना उपकरण दवाईयां फर्नीचर रिजेन्ट एक्स रे फिल्म स्टेशनरी व अन्य वस्तुओं की मनमाने तरीके से खरीदी की गई है। यही नहीं कंडिका 4 के अनुसार क्रय की गई विभिन्न सामग्रियों के अनुपयोगी होने पर कार्यकारिणी समिति द्वारा अपलेखन की कार्यवाही का विवरण बनाने में भी भारी गड़बड़ी की गई है।