- April 18, 2025
मंत्रिमंडल में अमर व गजेन्द्र का नाम तय, तीसरे के लिए नही बनी सहमति, बृजमोहन सुनील के लिए अड़े, पुरेन्दर मिश्रा उपर से लगा रहे जोर

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग। प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार में तीन विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। अर्थात तीन नये मंत्री शामिल किए जाएगें। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान मंंंंत्री मंडल में से एक मंत्री से इस्तीफा लिया जाएगा। दो मंत्रियों का नाम लगभग तय है तीसरे मंत्री के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है इसलिए मंत्रिमंडल का विस्तार अगले सप्ताह के लिए टल गया है।
जानकारी के अनुसार मंत्री मंडल के विस्तार में बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल और दुर्ग के विधायक गजेन्द्र यादव का नाम लगभग तय हो गया है। अमर अग्रवाल रमन सरकार में तीन बार केबिनेट मंत्री रह चुके है। इनका नाम पार्टी हाईकमान से तय हुआ है। इसी तरह दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक गजेन्द्र यादव का नाम भी तय है। भाजपा की पिछली सरकारों में यादव समाज से दुर्ग के विधायक रहे हेमचंद यादव मंत्री रहे है। प्रदेश में यादव समाज के मतदाताओं की बहुलता है। यादव समाज को मंत्रीमंडल के साथ निगम व मंडलों में किसी को भी प्रतिनिधित्व का अवसर नहीं मिला है। इसलिए गजेन्द्र यादव का नाम भी शपथ लेने वाले मंत्री की सूची में शामिल है। पता चला है कि मंत्रीमंडल के विस्तार में तीन मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए प्रदेश के एक केबिनेट मंत्री से इस्तीफा लिया जा सकता है। इसमें श्याम बिहारी जायसवाल या टंकराम वर्मा में से किसी एक के नाम की चर्चा है।
तीसरे मंत्री के नाम पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। तीसरा मंंंत्री रायपुर संभाग से लिया जाना है। इसमें सुनील सोनी व पुरेन्दर मिश्रा में से किसी एक को मौका मिल सकता है। रायपुर से कई बार के विधायक रहे पूर्व मंत्री व वर्तमान सांसद बृजमोहन अग्रवाल विधायक सुनील सोनी को मंत्री बनाने के लिए अड़े हुए है। श्री अग्रवाल का कहना है कि मंत्री पद छोड़कर वे सांसद बने है और उपचुनाव में भाजपा के विधायक सुनील सोनी को जीत दिलाई इसलिए उनके स्थान पर सुनील सोनी को प्रतिनिधित्व का अवसर मिलना चाहिए। इधर पुरेन्दर मिश्रा भी मंत्री पद के लिए पूरी ताकत से लगे है। पुरेन्दर मिश्रा ने ऊपर से दबाव बनाकर विधानसभा के चुनाव में टिकट पाई थी और चुनाव भी जीत गए है।
अब इसी ताकत के बल पर मंत्री पद के लिए दबाव बनाए हुए है। रायपुर से दोनों मंत्रियों के दबाव के कारण आम सहमति नहीं बन पाई है। पता चला है कि इन दोनों में से किसी एक को निगम व मंडल में महत्वपूर्ण पद देकर सामन्जस्य बनाया जा सकता है। इसलिए मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया है। संभवत: अगले सप्ताह होगा।