- November 27, 2022
डॉ. आलोक दीक्षित नासिक सम्मेलन में हुए सम्मानित
ट्राइसिटी एक्सप्रेस
२५ नवंबर से हो रही “डर्मज़ोन व क्यूटिकॉन” नामक चर्म रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन में दुर्ग भिलाई के सुविख्यात चर्म रोग विशेषज्ञ डा आलोक दीक्षित को व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया । देश विदेश से आए प्रख्यात चर्म रोग विशेषज्ञ इस सम्मेलन में शामिल हुये । छत्तीसगढ़ के डॉ आलोक दीक्षित को भी इस सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया ।
डॉ आलोक ने अपने व्याख्यान में लेज़र थेरेपी पर चर्चा की । उन्होंने अनचाहे बालों से निजात पाने के लिए उपयोग में आ रही लेज़र पद्दती व उन्मे नये उपकरणों के उपयोग पर व्याख्यान दिया । डॉ आलोक ने बताया की कैसे नये आविष्कारों से लेज़र द्वारा अनचाहे बालों से पूरी तरह निजात पाया जा सकता है । आधुनिक पद्दति से यह लक्ष आसानी से प्राप्त हो जाता है – । नई तकनीक में न्यूनतम दर्द होता है । समय भी बहुत कम लगता है ।
स्त्रियों के शरीर में अत्यधिक बाल व पुरुषों में कम बाल – दोनों ही चिंता का विषय हैं । यह समस्या अक्सर ही मानसिक तनाव उत्पन्न करती है । बहुत सी लड़कियो को इस समस्या की वजह से शर्मिंदगी महसूस होती है और विवाह में भी बाधा आती है । अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए जो प्रचलित तरीक़े है – जैसे वैक्सिंग , ट्वीटिंग , थ्रेडिंग , शेविंग = यह बहुत तकलीफ़ दायक हैं , बहुत कम समय के लिए असरदार हैं , व चमड़ी पर नुक़सान भी करते हैं ।लेज़र का आविष्कार कई वर्षों पहले हुआ – यह मोनोक्रोमैटिक लाइट की किरणे होती हैं , जिनसे बाल की जड़ो को हमेशा के लिये ख़त्म किया जाता है ।
शुरुआत में उपयोग में आने वाली लेज़र मशीने धीमी थी ( समय लेती थी ) व थोड़ी दर्द भी देती थीं । आधुनिक पद्दति से यह कार्य बहुत तेज़ी से हो जाता है – व दर्द भी नहीं होता । यदि अंदरूनी बीमारी ना हो , और मरीज़ उचित समय से लेज़र करवाये , तो इस उपचार में ६-८ सिटिंग लगती है ।
डॉ आलोक दीक्षित की क्लिनिक में यह आधुनिक तकनीक उपलब्ध है ।