- December 13, 2022
नेताओं के बिगड़े बोल, कार्यकर्ताओं में नाराजगी, दो सांसद दोनों ही विलासिता भोगने में मस्त
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र में से 5 गंवाने के बाद भी बीजेपी के स्थानीय नेता चेतने को तैयार नहीं है। इन दिनों गुटबाजी और नेताओं के बिगड़े बोल से भाजपा के कार्यकर्ता खासे नाराज चल रहे हैं। बात है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन दिन का। दुर्ग रेलवे स्टेशन मे जब नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी, तो कुछ बड़े नेताओं को कुर्सियां नहीं मिल पाई। वहीं कार्यकर्ता पहले से कुर्सी पर बैठे हुए थे। उस समय तो इन नेताओं ने कुछ नहीं कहा लेकिन कुछ समय बाद जब भाजपा कार्यालय में बैठक हुई, तब कार्यकर्ताओं को जमकर खरी कोटी सुनाई। इसके चलते दुर्ग जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। उनका मनोबल गिरने लगा है। इतना ही नहीं जिले से आने वाले दो सांसद सरोज पांडेय और विजय बघेल की कार्यप्रणाली से कार्यकर्ता पहले ही नाराज चल रहे हैं। उनका आरोप है कि दोनों ही सांसद महज विलासिता भोगने में मस्त है। उन्हें पार्टी की गतविधियों और संगठन स्तर पर होने वाले कार्यों को लेकर कोई चिंता नहीं है। इसके चलते ही पार्टी का जनाधार गिरते जा रहा है।
विधानसभा स्तरीय सम्मेलन की तैयारियों को लेकर बुलाई बैठक में खूब खरी-खोटी सुनाई
दो दिन पहले बीजेपी कार्यालय में बैठक हुई। बैठक जिले के प्रभारी पुरेंद्र मिश्रा ने ली। उन्होंने बैठक में पहुंचते ही कहा कि आप लोगों में थोड़ा भी अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रति सम्मान नहीं है। आप कहें तो मैं जमीन पर बैठ जाता हूं, वहीं से बैठक लेता हूं। अगल आप लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत है तो मैं प्रभारी पद से इस्तीफा दे देता हूं। आप लोगों में थोड़ी भी शर्म नहीं है। मैं आयकर का वकील हूं, क्रेडा का अध्यक्ष रह चुका है। उड़िया समाज का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। स्टेशन में आप अपने वरिष्ठ नेताओं को कुर्सियां तक बैठने के लिए नहीं दे सके। हंसी-ठिठुली करते हुए बेशर्मों की तरह हंस रहे थे। मिश्रा बसना से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं वे क्रेडा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इधर विधानसभा प्रभारी राजीव अग्रवाल ने कहा कि मैं यहां आता हूं तो कोई मेरा सुनता नहीं है। मैं बड़ा बिल्डर हूं। यहां आने-जाने में मुझे 2-2 घंटे लगते हैं। मैं यहां आकर 6-6 घंटे खराब कर रहा हूं। मेरे पास इतना समय नहीं है। अग्रवाल रायपुर जिला भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में दुर्ग विधानसभा के प्रभारी बनाए गए हैं। दोनों नेताओं के बिगड़े बोल की वजह से कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। उन्होंने इसकी शिकायत भी की है, लेकिन पार्टी स्तर पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है।
भाजपा का गिर रहा जानाधार, कार्यकर्ताओं का गिर रहा मनोबल
बीजेपी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हर विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन करने की तैयारी है। इसी परिप्रेक्ष्य में बीजेपी जिला कार्यालय में बैठक बुलाई गई थी। बैठक में प्रभारी पुरेंद्र मिश्रा सहित अन्य शामिल हुए थे। बीजेपी ने लोकसभा का प्रभारी भूपेंद्र सवन्नी को बनाया है। वहीं दुर्ग जिला संगठन के प्रभारी पुरेंद्र मिश्रा हैं। राजीव अग्रवाल दुर्ग विधानसभा के प्रभारी है। इन तीनों नेताओं की कार्य प्रणाली से कार्यकर्ता रुष्ट हैं। वहीं राज्य सांसद सरोज पांडेय और सांसद विजय बघेल से भी वे नाराज चल रहे हैं। दोनों स्थानीय जनप्रतिनिधि महज विलासिता भोगने में व्यस्त हैं। दोनों के द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं की किसी भी शिकायत पर सुनवाई नहीं कर रहे हैं। इसके चलते भाजपा का जनाधार और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरते जा रहा है।
विधानसभा स्तर पर होगा सम्मेलन
बीजेपी का विधानसभा स्तरीय सम्मेलन तय किया गया है। इसमें 14 को दुर्ग ग्रामीण, 15 को अहिवारा, 16 को साजा, 17 को भिलाईनगर, 19 को वैशालीनगर, 20 को दुर्ग, 21 को नवागढ़, 22 को बेमेतरा, 23 को पाटन में सभा होनी है।
तीसरा गुट भी हो रहा तैयार, लीड कर रहे जितेंद्र वर्मा
बीजेपी में पहले से ही सरोज पांडेय और विजय बघेल के कार्यकर्ता और समर्थक अलग-अलग हैं। इस गुटबाजी को समाप्त करने के लिए पार्टी ने जिला संगठन की कमान जितेंद्र वर्मा को दी। खबर है कि अब वे भी अपना अलग गुट तैयार कर रहे हैं। वे दोनों गुट के नेताओं और कार्यकर्ताओं को साधने के साथ अपनी तरफ करने का प्रयास कर रहे हैं। प्राय: लोगों को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाए जाने या पैनल में नाम शामिल कराने की बात कह रहे हैं। उनके इस कार्य को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में खासी चर्चा है। खबर है कि अध्यक्ष इस समय सरोज और विजय बघेल के समर्थकों के घरों में गुपचुप बैठकें कर रहे हैं। उनके घर अचानकर पहुंचकर अपने आपकों उनका हितैषी बताने का प्रयास कर रहे हैं। इस राजनीतिक उठा-पटक के बीच सभी इस बात को समझ रहे हैं।
खामिया भुगतने के बाद भी नहीं चेत रहे पार्टी के बड़े नेता
लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत इस समय 9 विधानसभा आते हैं। इनमें दुर्ग, दुर्ग ग्रामीण, वैशालीनगर, भिलाईनगर, पाटन, अहिवारा, बेमेतरा, नवागढ़ और साजा। इनमें से सिर्फ वैशालीनगर में ही भाजपा का प्रत्याशी चुनाव जीतकर आया। जहां से इस समय विद्यारतन भसीन विधायक है। इसके अलावा सभी अन्य सीटों में कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल की। जबकि इसके तुरंत बाद हुए लोकसभा चुनाव में विजय बघेल को जीत हासिल हुई। इस प्रकार 9 से 8 विधानसभा सीटें गंवाने के बाद भी पार्टी के नेता अपनी गतविधियों में सुधार नहीं ला रहे हैं।