- August 18, 2024
करोड़ों रुपए गौठान पर खर्च किए सभी बंद, 1962 की सेवा बंद, वेटनरी डॉक्टर रात में सेवा नहीं देते, इस वजह से मवेशियों की ज्यादा मौतें
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
बेमेतरा
गौसेवा के क्षेत्र में पिछले तीन सालों से काम कर रहे गौसेवक दीपक दिनकर ने ट्राईसिटी से विशेष बातचीत में शासन-प्रशासन की बड़ी लापरवाही का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि सड़क पर बैठने वाले मवेशियों की मौत की कुछ खास वजह है, जिसकी वजह से उनकी मौतें हादसे के बाद हो रही है। इसे लेकर शासन-प्रशासन स्तर पर कहीं कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जा रहा है। अकेले बेमेतरा में पिछले तीन सालों में 30 मवेशियों की मौत सड़क हादसे में हो चुकी है। इतना ही नहीं 6 महीने में 15 मवेशियों की मौत हुई। मुख्य रूप से पोटिया, चोरभट्टी, नयापारा में हादसे हुए हैं। यह आंकड़ा सिर्फ बेमेतरा का है। बेमेतरा जिले में इसकी संख्या कहीं अधिक है। कांग्रेस शासन में करोड़ों रुपए खर्च कर गौठान बनाए गए, जिन्हें बिना किसी कारण के बंद कर दिया गया। 1962 की सेवा शुरू की गई थी, इसमें घायल मवेशियों को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाने के लिए वाहन का इंतजाम किया गया था। इसे भी बंद कर दिया गया है। वेटनरी हॉस्पिटल में शाम 5 से सुबह 5 बजे के मध्य कोई भी डॉक्टर नहीं होता। जबकि इस समय में ही ज्यादा हादसे होते हैं। ऐसे में मवेशियों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। गौसेवक की नियुक्ति हर गांव में की गई है, लेकिन कहीं सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। फोन पर शिकायत करने के बाद भी इलाज मुहैया नहीं कराई जा रही है। इस वजह से भी घायल मवेशियों के इलाज में देरी हो रही है। दिनकर ने बताया कि उनके द्वारा अब तक सैकड़ों मवेशियों का इलाज किया जा चुका है। वे हादसे न हो, इसके लिए मवेशियों के गले में रेडियम पट्टी लगाने का अभियान चला रहे हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन ने मांग की है कि सड़क पर मवेशियों को लावारिस छोड़ने वाले किसानों और मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्य रूप से स्टेट और नेशनल हाईवे पर हादसे हो रहे हैं। इसे अभी गंभीरता से नहीं लिया गया, तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है।
ट्राई सिटी एक्सप्रेस, ब्यूरो चीफ बेमेतरा, योगेश कुमार तिवारी, 9425564553, 6265741003,