- August 21, 2024
राजनीतिक रसूख का धौंस दिखाकर जमीन दलाल सरोज गुप्ता द्वारा जमीन हड़पने की कोशिश, सुबह 9 बजे स्टाम्प पेपर में साइन कराने घर पहुंचा, मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक से शिकायत
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
भिलाई
शहर में दूसरे की जमीन पर दबाव डालकर काबिज होना और राजनीतिक पहुंच के बल पर ऐसी जमीनों की औने-पौने दाम में खरीद-फरोख्त आम हो चली है। ऐसा ही एक मामला कोहका में सामने आया है, जहां एक जमीन दलाल द्वारा दूसरे की जमीन पर षड़यंत्र पूर्वक कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं अपनी राजनीतिक पहुंच और आकाओं की मदद से भोलेभाले सरकारी विभाग के कर्मचारी पर दबाव डाला जा रहा है। इस सरोज गुप्ता नामक माफिया का हौसला इतना अधिक बढ़ गया है, वह जमीन मालिक के घर तक पहुंच गया। जमीन के मूल स्वामी के परिवार के सदस्यों पर दबाव डालने का प्रयास किया। इसके बाद पीडि़त पक्ष ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला से की है। परिवार ने मुख्यमंत्री को वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस के उच्च अधिकारियों और कलेक्टर को इस पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।
परिवारवालों का कहना है कि उनकी कोहका में कृषि योग्य भूमि है। उनके पिता के निधन के पश्चात उनके परिवार वालों द्वारा फौती हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। इसकी खबर सरोज गुप्ता को लगी। सरोज गुप्ता की खसरा नं 64/1,64,2 64/3,64/4 जमीन लगी हुई है। जहां अवैध प्लॉटिंग का कार्य कर रहा है। उपरोक्त भूमि जो कि उन्हीं से सलग्न है, उसे भी अपना बताकर बेचने का प्रयास किया जा रहा है। सरोज गुप्ता को जैसे ही फौती हस्तांतरण की प्रक्रिया का पता लगा उसने दिवंगत भू स्वामी के परिवारवालों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसी सिलसिले में उसने आज सुबह लगभग 9 बजे भूस्वामी के दीपकनगर स्थित निवास में पहुंचकर दबाव बनाने का प्रयास किया। स्टाम्ब पेपर में हस्ताक्षर करवाने की असफल कोशिश की। इसके बाद इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई। बता दें कि भिलाई में खाली पड़ी जमीनों पर भूमाफियाओं की नजर है। वे कृषि भूमि को भी नहीं छोड़ रहे हैं। रसूख और पहुंच का फायदा उठाकर लोगों पर दबाव डालकर जमीन को बेचने के लिए दबाव बना रहे हैं। गौरतलब है कि शहर का विकास बहुत तेजी से हुआ है। कई क्षेत्रों में सड़कों का विकास हुआ है। मार्केट डेवलप हो गए हैं। इसे देखते हुए जगह की डिमांड खासी बढ़ गई है। इस वजह से भूमाफियाओं द्वारा जमीनों पर नजर रखी जा रही है। ऐन-केन प्रकारेण जमीन पर आधिपत्य स्थापित करने का खेल चल रहा है। प्रशासनिक महकमा ऐसे मामलों में चुप्पी साधे हुए हैं। कहीं कोई कार्रवाई नहीं हो रहा है। अवैध प्लॉटिंग के मामले में सरोज गुप्ता को पांच साल पहले भी नोटिस जारी हो चुका है, लेकिन उस पर कोई सार्थक कार्रवाई अब तक नहीं की गई। उस पर नेताओं के सांठगांठ कर दबाव डालकर जमीन की खरीदी-बिक्री के आरोप लगते रहे हैं।