• February 8, 2024

सीजी पीएससी घोटाला…सोनवानी, जीवन किशोर ध्रुव, आरती वासनिक समेत कई अफसरों पर एफआईआर, सीबीआई भी करेगी जांच, सीएम का दो टूक, सुधार जाएं अफसर, गुनहगार बचेंगे नहीं

सीजी पीएससी घोटाला…सोनवानी, जीवन किशोर ध्रुव, आरती वासनिक समेत कई अफसरों पर एफआईआर, सीबीआई भी करेगी जांच, सीएम का दो टूक, सुधार जाएं अफसर, गुनहगार बचेंगे नहीं

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज

बेटे-बहू और रिश्तेदारों का चयन, पहली बार पीएससी चेयरमैन पर केस

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) की भर्ती में गड़बड़ी भ्रष्टाचार मामले में तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक सहित कई अधिकारी, नेता, कर्मचारियों पर ईओडब्लू आर्थिक अपराध शाखा ने केस दर्ज किया है। अब इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को ट्रांसफर किया जाएगा। साय सरकार ने पहले ही इस मामले की सीबीआई जांच की घोषणा की है। सीबीआई जांच के लिए किसी भी एजेंसी में एफआईआर होनी चाहिए। उसी आधार पर जांच शुरू होती है, इसलिए ईओडब्लू में केस दर्ज किया गया है। टामन सोनवानी और प्रभावशाली अफसर-नेताओं ने बेटे, बहू, भाई, भतीजे समेत रिश्तेदारों का चयन कराया। चयन सूची आने के बाद इसे लेकर हंगामा हुआ। भाजपा ने भी चुनाव में इसे मुख्य मुद्दा बनाया था।पीएससी 2005 पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे

राज्य में 2003 पीएससी भर्ती भारी विवादों में रहा। डिप्टी कलेक्टर की भर्ती को लेकर आरोप लगते रहे। मामला हाईकोर्ट भी गया था। तब तत्कालीन चेयरमैन अशोक . दरबारी को राज्यपाल ने सस्पेंड कर दिया था। हालांकि भर्ती रद्द नहीं हुई। 2003 के अधिकारियों को आईएएस प्रमोशन दे दिया गया। इसी तरह • 2005 भर्ती को लेकर आज भी विवाद जारी है। इसी भर्ती में चयनित जेल अधिकारी ने भर्ती को चुनौती दी थी। यह मामला भी सुप्रीम कोर्ट गया। जहां से चयनित अधिकारियों नें स्टे ले लिया है। इसमें भी भर्ती को रद्द नहीं किया गया। इन अधिकारियों को भी आईएएस अवार्ड हो चुका है। अधिवक्ता विपिन अग्रवाल ने बताया कि 2021 भर्ती में चयनित लोगों को तब तक नहीं निकाला जाएगा, जब तक आरोप सिद्ध न हो जाए। चयनित भी कोर्ट का सकते हैं।

पीएससी की 2020 और 2021 की भर्ती पर भी विवाद

पीएससी की डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत अन्य प्रशासनिक पदों पर 2020 और 2021 की भर्ती पर भ्रष्टाचार और अनियमितता पाए जाने पर केस दर्ज किया है। दोनों बार की भर्ती की भी जांच की जाएगी। पीएससी ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्ती को लेकर विवाद है। वहीं ईओडब्लू ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में गड़बड़ी पर भी केस दर्ज किया है। उनकी भी जांच की जाएगी। 2021 में 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की थी। उनकी प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को हुआ था। इसमें 2565 युवा पास हुए थे। उनका 26, 27, 28 और 29 मई को मुख्य परीक्षा हुई। इसमें 509 अभ्यर्थी पास हुए। इनका 11 मई 2023 को इंटरव्यू लिया गया। उसके बाद 170 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई। इसमें तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के बेटे, बहू अन्य अधिकारी व नेताओं के रिश्तेदारों का नाम था।

इन 18 लोगों के चयन के बाद ही विवाद

टामन सिंह सोनवानी का बेटा नीतिश, टामन के बड़े भाई का बेटा साहिल, टामन की बहू। निशा कोसले, टामन के भाई की की बहू दीपा अजगले, टामन की बहन की बेटी सुनीता जोशी, पीएससी सचिव के बेटे सुमित ध्रुव, राज्यपाल सचिव अमृत खलखो की बेटी नेहा, बेटा निखिल, डीआईजी ध्रुव की बेटी साक्षी, कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की बेटी प्रज्ञा नायक, बेटा प्रखर नायक, कांग्रेस नेता की बेटी अनन्या अग्रवाल, कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी भूमिका, दामाद शशांक गोयल, मंत्री ओएसडी के साढ़ की बेटी खुशबू बिजौरा, कांग्रेस नेता के बेटे राजेन्द्र कौशिक, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की बेटी स्वर्णिम, मीनाक्षी गनवीर के चयन के बाद ही विवाद हुआ था।

कई पात्र और योग्य के नाम काटे और अपने रिश्तेदारों का नाम जोड़ा

ईओडब्लू के अनुसार भर्ती में आपराधिक षड्यंत्र करते हुए प्रभावशाली लोगों ने अपने पुत्र, पुत्री व रिश्तेदारों का चयन किया है। इससे कई पात्र और योग्य अभ्यर्थियों का नाम काटकर रिश्तेदारों को जोड़ दिया गया है। ईओडब्लू ने जालसाजी के साथ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है।

क्या होगी जांच

जानकारों के अनुसार भर्ती में पैसों के लेन-देन को साबित करना मुश्किल है। इसलिए भर्ती की प्रक्रिया और परीक्षा प्रणाली की जांच की जाएगी। क्या प्रभावशाली लोगों ने परीक्षा के पूर्व अपने रिश्तेदारों को पर्चा दे दिया था? पर्चा क्या लीक हुआ था? क्या अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़कर आए थे या उसे बाद में भरा गया है? प्रश्नपत्र, ओएमआर शीट समेत अन्य दस्तावेज में छेड़खानी की गई है क्या? ओएमआर शीट कहां प्रिंट हुआ है? इस तरह की बारीकियों की जांच की जाएगी।

गुनहगार बचेंगे नहींः सीएम

सीजीपीएससी महाघोटाले के आरोपी पूर्व अधिकारियों एवं नेताओं पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर दी है। इसमें भविष्य की बलि देने वाले बच्चों को आश्वस्त करता हूं कि आपके साथ हुए अन्याय का हिसाब होगा। गुनहगार बचेंगे नहीं, हम आपकी प्रतिभा का सौदा करने वालों को अंजाम तक पहुंचा कर रहेंगे।


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