- March 20, 2024
इलेक्टोरल बांड से भाजपा को 2018 से लेकर अब तक 7 हजार करोड़ की फंडिंग, जिन 30 बड़ी कंपनियों के यहां ईडी ने छापा मारा, उसमें से 20 ने थोड़े दिन बाद ही भाजपा को चंदा दिया, भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने आया, जनता लोकसभा चुनाव में लेगी हिसाब :कांग्रेस
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देश की सियासत इलेक्टोरल बॉन्ड केस में गर्मा गई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को बड़ा सियासी हथियार बनाते हुए बीजेपी पर बड़ा पलटवार किया है। पार्टी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी की मान्यता को ही खत्म करने की मांग उठा दी है। बीजेपी पर हमलावर होते हुए कांग्रेस यहीं नहीं रुकी। पार्टी ने कहा कि पीएम केयर फंड की जानकारी को भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए। बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एसबीआई ने इलेक्टोरल बांड सार्वजनिक किए हैं। इसमें भाजपा को 2018 से लेकर अब तक 7 हजार करोड़ रुपए चंदे के रूप में मिलने की बात सामने आई है। ये पैसे इलेक्टोरल बांड के रूप में मिले। इस मामले में कांग्रेस ने एक आंकड़ा भी सामने रखा है। उनके मुताबिक 2019 से अब तक 6 हजार करोड़ के बांड भाजपा को मिले। इसमें 20 ऐसी कंपनियां है, जिन पर ईडी या अन्य किसी जांच एजेंसी ने करवाई की। इसके महीने भर के अंदर इन कंपनियों ने इलेक्टोरल बांड के जरिए भाजपा को चंदा दिया। कांग्रेस ने इस पूरे खुलासे के बाद भाजपा की मान्यता रद्द करने की मांग की है।
‘मोदी सरकार ने लिया कंपनियों से घूस’: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बैज ने आरोप लगाया कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भारतीय जनता पार्टी ने देश की बड़ी बड़ी कंपनियों से चंदा लिया और बदले में उनको बड़ी बड़ी छूट और काम दिलवाए. बैज ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने ईडी और आईटी के छापों के जरिए व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया. कंपनी जब दबाव में आ गई तब उनसे इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भारी भरकम राशि की वसूली की गई.
कांग्रेस ने गिनाए आंकड़े:राजीव भवन रायपुर में बुलाए गए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दीपक बैज ने चुनावी चंदे से जुड़े कुछ आंकड़े भी गिनाएं. पार्टी ने मीडिया को बताया कि तीस चंदा देने वाली कंपनियों में से 14 कंपनियों पर छापे की कार्रवाई की गई. बैज ने कहा कि जिन कंपनियों पर छापे की कार्रवाई हुई उनको पार्टी के लिए दान देने के लिए मजबूर किया गया.
कांग्रेस पार्टी ने मीडिया के सामने रखे आंकड़े
• मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा:कंपनी ने 800 करोड़ से अधिक इलेक्टोरल बॉन्ड में पैसे दिए. अप्रैल 2023 में कंपनी ने 140 करोड़ डोनेट किया और बाद उन्हें 14,400 करोड़ की ठाणे-बोरीवली टनल प्रोजेक्ट बनाने की जिम्मेदारी मिल गई.
• जिंदल स्टील एंड पावर:कंपनी ने 7 अक्टूबर 2022 को इलेक्टोरल बॉन्ड में 25 करोड़ रुपए दिए और सिर्फ 3 दिन बाद वह 10 अक्टूबर 2022 को गारे पाल्मा 4/6 कोयला खदान हासिल करने में कामयाब रही.
• हेटेरो फार्मा और यशोदा अस्पताल: फार्मा और अस्पताल दोनों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से चंदा दिया.
• शिरडी साईं इलेक्ट्रिकल्स: इनकम टैक्स विभाग ने दिसंबर 2023 में शिरडी साईं इलेक्ट्रिकल्स पर छापा मारा और जनवरी 2024 में उन्होंने इलेक्टोरल बांड के माध्यम से 40 करोड़ का दान दिया.
• फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स: कंपनी ने 1200 करोड़ से अधिक का सबसे ज्यादा दान फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स ने दिया. 2 अप्रैल 2022 को ईडी ने फ्यूचर पर छापा मारा. 5 दिन बाद यानि 7 अप्रैल को उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड में 100 करोड़ रुपए का दान दिया. अक्टूबर 2023 आईटी विभाग ने फ्यूचर पर छापा मारा और उसी महीने में कंपनी ने इलेक्टोरल बॉन्ड में 65 करोड़ रुपए का दान दिया.
•वेदांता कंपनी: कंपनीको 3 मार्च 2021 को राधिकापुर पश्चिम प्राइवेट कोयला खदान मिला. अप्रैल 2021 में उन्होंने चुनावी बांड में 25 करोड़ रुपए का दान दिया.
• मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा:कंपनी को अगस्त 2020 में 4,500 करोड़ का जोजिला सुरंग प्रोजेक्ट मिला. अक्टूबर 2020 में उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड बांड में 20 करोड़ रुपए का दान दिया.
•मेघा कंपनी:कंपनी को दिसंबर 2022 में बीकेसी बुलेट ट्रेन स्टेशन का कॉन्ट्रैक्ट मिला, और उन्होंने उसी महीने 56 करोड़ रुपए का दान दिया.