• December 7, 2022

कांग्रेस में पुनिया आउट…शैलजा इन, छत्तीसगढ़ में कुर्सी जाने का भय सताने लगा ?

कांग्रेस में पुनिया आउट…शैलजा इन, छत्तीसगढ़ में कुर्सी जाने का भय सताने लगा ?

ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पीएल पुनिया की छत्तीसगढ़ से छुट्‌टी कर दी गई है। उनकी जगह कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस छत्तीसगढ़ का नया प्रभारी बनाया गया है। इसे कांग्रेस के मिशन 2023 की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। वहीं राजनीतिक हलकों में इस घटनाक्रम के बाद चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी से पूरे प्रदेश में कांग्रेस की बेहद बदनामी हो रही है। इसके अलावा पिछले दिनों के अन्य घटनाक्रम से भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचा है। टीएस सिंहदेव सहित पार्टी के कई बड़े नेता नाराज चल रहे हैं। प्रदेश में सिर्फ एक चेहरा भूपेश बघेल का नजर आ रहा है। उसे हटा दिया जाए तो पार्टी का जनाधार शून्य नजर आ रहा है। इसे देखते हुए प्रदेश का नया प्रभारी बनाया गया है।

राष्ट्रीय नेतृत्व बदले जाने का भी असर

कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में बदलाव होने का असर भी प्रदेश संगठनों पर पड़ने लगा है। पिछले पांच सालों से प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रहे पीएल पुनिया को हटाए जाने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पुनिया इस समय भूपेश के काफी करीबी माने जा रहे थे। सरकार के कामों में भी उनका बराबर दखल रहा है। इधर हरियाणा की खांटी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के प्रभारी बनाये जाने के बाद जल्द बैठक की बात सामने आई है। इस नियुक्ति को 2023 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की नई रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई स्टीयरिेंग कमेटी की पहली बैठक के बाद नई नियुक्तियां होने लगी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश प्रभारियों के नियुक्ति आदेश जारी किए। इसमें तीन प्रदेश प्रभारियों का जिक्र है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है।

शक्तिकांत गोहिल को हरियाणा का प्रभारी बनाया गया है। उनके पास दिल्ली के प्रभारी की जिम्मेदारी रहेगी। वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया है। पिछले दिनों संगठन में विवाद के बाद राजस्थान के प्रभारी अजय माकन ने इस्तीफा दे दिया था। तबसे राजस्थान में कोई प्रभारी नहीं था। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, पीएल पुनिया का कार्यकाल यहां पूरा हो गया था। ऐसे में उनकी जगह नई नियुक्ति की गई है। कुमारी शैलजा की नियुक्ति से प्रदेश कांग्रेस की चुनावी रणनीति में कुछ नयापन आएगा। यह पार्टी के लिए बेहद मददगार होगा।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से यह पत्र जारी हुआ है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से यह पत्र जारी हुआ है।
2017 में पुनिया को प्रभारी बनाया गया था

कांग्रेस ने पूर्व अफसरशाह पीएल पुनिया को उस समय छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया था, जब यहां की टीम 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही थी। प्रदेश प्रभारी के तौर पर पुनिया ने संगठन के अलग-अलग धड़ों को साधकर चुनावी जीत की राह आसान बनाई। उन्होंने प्रदेश संगठन से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं तक संवाद के जरिए पैठ बनाई थी। बाद में वे संगठन में ताकत की एक नई धुरी बनकर उभरे थे। 2020 में पुनिया को दोबारा छत्तीसगढ़ का ही प्रभारी बनाया गया। अब फिर से चुनाव में उतरने से एक साल पहले उनकी जगह पर नये प्रभारी की नियुक्ति हो रही है।

खांटी राजनीति का मुखर चेहरा हैं शैलजा

कुमारी शैलजा को हरियाणा की खांटी राजनीति का चेहरा कहा जाता है। उका जन्म 24 सितंबर 1962 को हरियाणा के हिसार जिले हुआ था। शैलजा बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज़ थीं। प्रारंभिक शिक्षा दिल्‍ली के जीसस एंड मेरी पब्लिक स्‍कूल और स्‍नातकोत्‍तर व एमफिल पंजाब विश्‍वविद्यालय से करने के बाद 1990 में महिला कांग्रेस की अध्‍यक्ष बनकर शैलजा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1991 में वे पहली बार 10वीं लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा सीट से जीतीं और नरसिम्हा राव सरकार में शिक्षा और संस्‍कृति राज्‍यमंत्री रहीं। सितंबर 1995 से मई 1996 तक उक्त विभाग की केंद्रीय राज्यमंत्री रहीं। 1996 में 11वीं लोकसभा में दूसरी बार सिरसा सीट से जीत हासिल की तथा कांग्रेस संसदीय दल की कार्यकारी समिति की सदस्य बनीं।

पिता भी रह चुके हैं प्रदेश अध्यक्ष
कुमारी शैलजा कांग्रेस के बड़े नेता रहे चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं। सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केन्द्र में कई बार मंत्री रहे हैं। पिता की विरासत को संभालने वाली शैलजा भी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री के पदों पर रह चुकी हैं। 24 सितंबर 1962 को जन्मीं कुमारी शैलजा की मां कलावती का जब मार्च 2012 में निधन हुआ था तब महिला होते हुए भी अंतिम संस्कार के दौरान मां को मुखाग्नि देकर शैलजा चर्चा में आई थीं।

चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं
1996 से 2004 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव व प्रवक्ता पद का दायित्व । तीसरी बार 2004 में 14वें लोकसभा चुनाव में कुमारी शैलजा ने हरियाणा की अंबाला सीट का प्रतिनिधित्‍व किया तथा डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की राज्‍यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनीं। 2005 में राष्ट्रमंडल स्थानीय सरकार फोरम के संचालक मंडल के सदस्य निर्वाचित हुईं। 2007 में दो वर्ष के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावास की 21वीं शासी परिषद की अध्यक्ष चुनी गईं। 2009 में चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं।

 


Related News

नवधा रामायण में शामिल होने पहुंचे बेमेतरा विधायक दीपेश साहू

नवधा रामायण में शामिल होने पहुंचे बेमेतरा विधायक दीपेश साहू

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज नवधा रामायण पाठ सस्वर मानस मंडली का संगीतमय कार्यक्रम ग्राम पंचायत परपोड़ा में रखा…
लोकतंत्र सेनानी एवं वरिष्ठ पत्रकार डोमार सिंह चन्द्राकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

लोकतंत्र सेनानी एवं वरिष्ठ पत्रकार डोमार सिंह चन्द्राकर का राजकीय सम्मान के…

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज दुर्ग। पंचशील नगर दुर्ग निवासी लोकतंत्र सेनानी एवं वरिष्ठ पत्रकार डोमार सिंह चन्द्राकर का…
पं प्रदीप मिश्रा जी की कथा सुनने पहुंचे विधायक गजेन्द्र यादव, शिव पुराण में हुए लीन

पं प्रदीप मिश्रा जी की कथा सुनने पहुंचे विधायक गजेन्द्र यादव, शिव…

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज दुर्ग। विश्व विख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारविंद से शिवपुराण की कथा सुनने आज…