- June 11, 2025
बाबूजी ने किसी के सानिध्य में नहीं अकेले शुरू की राजनैतिक जीवन की शुरूआत

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व.मोतीलाल वोरा ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरूआत किसी के सानिध्य में नहीं बल्कि स्वयं अपने दम पर अकेले की है। बाबूजी ने राष्ट्रीय राजनीति में जो मुकाम हासिल किया है वह आज तक कोई भी नेता दुर्ग से हासिल नहीं कर पाया है। बाबूजी राजनीति के क्षितिज में धु्रव तारे के मानिन्द शोभायमान रहे है। स्व.वोरा के विषय में कुछ लोगों द्वारा गलत जानकारी दी गई थी कि उन्होंने बाकलीवाल परिवार के सानिध्य में राजनैतिक जीवन की शुरूआत की है। 1967 में स्व.वोरा अपनी कार्यशैली और व्यवहारिकता के कारण पहली बार पार्षद बने थे उनकी कार्यक्षमता से प्रभावित होकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी ने 1971 में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई उसके बाद श्री वोरा ने दुर्ग विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर आगे बढऩा शुरू किया। उन्होंने स्व.मोहन लाल बाकलीवाल को भी चुनाव में हराया था स्व.बाकलीवाल जनता पार्टी से प्रत्याशी थे। मोहन लाल बाकलीवाल के निधन के बाद बाकलीवाल परिवार बाबूजी के सानिध्य में आया और बाबूजी के सहयोग से ही परिवार में मदनलाल बाकलीवाल,घीसूलाल बाकलीवाल को पार्षद बनने का अवसर मिला। बाबूजी मुख्यमंत्री राज्यपाल केन्द्रीय मंत्री व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष भी रहे गांधी परिवार के सबसे करीबी नेताओं में बाबूजी की गिनती होती रही है। बाबूजी और उनके पुृत्र अरूण वोरा की वजह से ही बाकलीवाल परिवार से पिछली बार धीरज बाकलीवाल को महापौर बनने का सौभाग्य मिला है वोरा परिवार की राजनीति में सक्रियता की कहानी दीगर लोगों के लिए एक मिशाल है वोरा परिवार के संस्कार की सभी लोग सराहना करते है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी स्व.मोतीलाल वोरा (बाबूजी) की कार्यशैली की भी खुले मन से कई बार सराहना की है।