- August 31, 2024
इंदिरा मार्केट की ट्रैफिक व्यवस्था में बिगाड़ने में जनप्रतनिधियों के साथ ये व्यापारी नेता भी जिम्मेदार
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
इंदिरा मार्केट में ट्रैफिक जाम की समस्या किसी से छिपी नहीं है। इसकी समस्या के निराकरण को लेकर कहीं कोई सार्थक प्रयास अब तक नहीं किए गए हैं। विधायक गजेंद्र यादव हो या फिर दुर्ग के महापौर धीरज बाकलीवाल, दोनों ही इस समय जनता की नहीं सुन रहे हैं। इंदिरा मार्केट में ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बढ़ते जा रही है। घंटों के जाम में लोग फंस रहे हैं, एम्बुलेंस फंस रही है। स्कूली बसें में सवार बच्चे फंस रहे हैं। मार्ग से गुजरना मुश्किल हो गया है, लेकिन इसे लेकर प्रभावित क्षेत्रों के पार्षदों से लेकर महापौर, विधायक कोई गंभीर नहीं है। इस क्षेत्र के रहवासियों उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। व्यापारियों के संगठन चेंबर ऑफ कामर्स के नेता होने का दंभ भरने वाले प्रकाश सांखला, अशोक राठी और पवन बड़जात्या व्यापारी भी इस समस्या को लेकर अब तक गंभीर नजर नहीं आए हैं। जबकि इस क्षेत्र के व्यापारी भी अपनी समस्याओं से कई बार चेंबर ऑफ कामर्स को अवगत करा चुका है। बाजार के आसपास ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए। बैरिकेडिंग की जाए। जरुरत पड़ने पर वन-वे किया जाए। रैली, जुलूस को इस मार्ग से गुजरने से रोका जाए, इसके बाद भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है। जनता हलाकान और परेशान हो चली है।
डिवाइडर का नासूर और बढ़ा रहा मुश्किलें
तत्कालीन विधायक अरुण वोरा के निर्देश पर इस मार्ग पर करीब 49 लाख रुपए खर्च कर पुराना बस स्टैंड से श्री शिवम तक डिवाइडर बना दिया गया। उस समय यह कहा गया कि इसके बनने से आवाजाही सुगम होगी, ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति होगी, लेकिन हुआ इससे उलट। ट्रैफिक बढ़ने के साथ ही डिवाइ़डर नासूर साबित हुआ। आज ट्रैफिक जाम की सबसे बड़ी समस्या यह डिवाइडर बन गया है। इतना ही नहीं रैली और जुलूस निकलने के दौरान यहां की स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि लोग सरकारी सिस्टम और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को कोसे बिना नहीं रह पाते। उनके द्वारा इंदिरा मार्केट में व्यवस्था ही ऐसी बना दी गई।
व्यापारियों का व्यापार प्रभावित, भूखे मरने की नौबत आ रही
इंदिरा मार्केट क्षेत्र इतना भीड़ भाड़ वाला क्षेत्र हैं, लेकिन इस क्षेत्र में दुकानें नहीं चलती, वजह यह है कि सबसे पहले यहां पार्किंग एक बड़ी समस्या है। इसके बाद लोगों ट्रैफिक जाम की वजह से बाजार में खरीदारी करने से आने से बचते हैं। शहर तो छोडि़ए ग्रामीण क्षेत्र के ग्रामीण भी अब दुर्ग के इंदिरा मार्केट में खरीदारी करने से आने से कतराने लगे हैं। श्री शिवम से लेकर पटेल चौक तक इस डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क का बुरा हाल है। हर दिन सुबह 11 बजे से 2 बजे और शाम को साढ़े 4 बजे से रात 8 बजे तक वाहनों का रेला यहां रहने वाले लोगों को आक्रोशित कर रहा है।