- September 11, 2024
रेत-सीमेंट के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस का हल्लाबोल, वोरा ने कहा-महंगाई-बेरोजगारी ने 9 माह में खोली सुशासन की पोल
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
प्रदेश में हो रही सीमेंट, रेत, पेट्रोल डीजल एवं आवश्यक वस्तुओं की बेतहाशा मूल्य वृद्धि को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। दुर्ग शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गया पटेल, महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व महापौर आर एन वर्मा, राजेन्द्र साहू समेत अरुण वोरा ने प्रेस से कहा कि पिछले 9 माह में ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार के जनविरोधी फैसलों ने सुशासन की पोल खोल दी है। जनसेवा की भावना के साथ काम करने की जगह प्रदेश को बीजेपी का एटीएम बना दिया गया है और आवश्यक वस्तुओं में मूल्य वृद्धि कर आमजनता से वसूली की जा रही है। सबके सर पर छत व पक्के मकान का सपना दिखा कर सीमेंट का रेट रातों रात 50 रु प्रति बोरा बढ़ा दिया गया, रेती के दामों में 4 गुना वृद्धि देखी जा रही है। कांग्रेस सरकार द्वारा रजिस्ट्री की दरों में दी जाने वाली 30 प्रतिशत की छूट को भी खत्म करते हुए रियल स्टेट कारोबार में मंदी लाने का प्रयास किया जा रहा है। कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार रियल स्टेट के कारोबार से मिलता है जिस पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है। बिजली बिल हाफ योजना की जगह अब दोगुना बिजली बिल योजना चलाया जा रहा है। पेट्रोल डीजल खाद्य तेल, सब्जियों के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि से लोगों का बजट गड़बड़ाया हुआ है। सरकार को जनहितैषी योजनाओं में राजनीति नहीं करनी चाहिए। अगर विगत 9 माह पर गौर किया जाए तो प्रदेश में अपराध का ग्राफ भी प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसा एक दिन भी नहीं गुजरता जब प्रदेश में हत्या, बलात्कार या गैंगरेप की घटना ना हुई हो। महिलाओं में असुरक्षा का माहौल है जो चिंता का विषय है।
वोरा ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप बढ़ते दामों के खिलाफ 12 सितंबर को जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में हिंदी भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेस जनता के हितों की अनदेखी कहीं भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
राज्य सीमेंट निर्माण में पूरी तरह आत्मनिर्भर है उसके बावजूद सिंडिकेट बना कर सीमेंट और रेत की दरों में वृद्धि कहीं ना कहीं अवैध वसूली को इंगित करता है। सीमेंट की बढ़ी कीमतों को तत्काल काम किया जाना चाहिए एवं सरकार को चुनावी राज्यों के लिए पार्टी फंड जुटाने की जगह जनता के हितों को ध्यान में रख कर काम करना चाहिए।