• October 3, 2024

कंगाल हो गया दुर्ग निगम…पार्षद निधि का पता नहीं, संधारण मद में फूटी कौड़ी नहीं, अधोसंरचना मद पर गिद्ध जैसी नजर

कंगाल हो गया दुर्ग निगम…पार्षद निधि का पता नहीं, संधारण मद में फूटी कौड़ी नहीं, अधोसंरचना मद पर गिद्ध जैसी नजर

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज

 

दुर्ग। एक ओर जहां छत्तीसगढ़ सरकार से जुड़े नेताओं द्वारा ढिंढोरा पीटा जा रहा है कि दुर्ग नगर निगम अंतर्गत विकास कार्यों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। आम जनता के बीच खुले मंच में अपने भाषणों के द्वारा जोरदार ढंग से प्रचार भी किया जाता है। जमीनी स्तर पर हकीकत इसका उलट है। हां यह सही है कि दुर्ग में संधारण मद के लिए फूटी कौड़ी नहीं है। पिछले तीन क्वार्टरली से संधारण मद का पैसा नहीं आया है। इसके अलावा पार्षद व महापौर निधि का भी डिब्बा गोल है। वित्तीय वर्ष लगते ही इस निधि की राशि निगम कोष में जमा हो जाती थी। मगर अफसोस यह पैसा भी निगम को नहीं मिल पाया है। इतना ही नहीं,अधोसंरचना मद की राशि के लिए निगम टकटकी लगाए बैठा है। करीब 12 से 15 करोड़ की राशि का भुगतान किया जाना है।

दुर्ग निगम की लेखा शाखा से मिली जानकारी के अनुसार अधो संरचना मद की करीब 15 करोड़ की राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। इसके लिए तीन बार उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजा जा चुका है। राशि स्वीकृति के आधार पर नाली सड़क सहित अन्य निर्माण कार्य कराया जा चुका है। पैसे के अभाव में ठेकेदारों का बिल भुगतान नहीं हो पा रहा है। ठेकेदार लगातार निगम की लेखा शाखा का चक्कर काट रहे हैं। संतोष जनक जवाब नहीं मिलने से वे मायूस होकर लौट आते हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ये ठेकेदार राशि भुगतान नहीं होने को लेकर अपने गुहार लगाने वाले थे। सभा स्थल पर भी पहुंचे हुए थे। इसी तरह संधारण मद की राशि जो जनवरी माह से मिलना शुरू हो जाता है और हर त्रैमासिक में एक करोड़ 8 लाख की राशि प्राप्त होती है। बीते 9 माह में यह भी राशि नहीं मिल पाई है।

महापौर तथा पार्षद निधि की राशि का अता पता नहीं
महापौर तथा पार्षद निधि की राशि वर्ष 2024 25 का  अप्रैल माह में नगरीय निकाय विभाग द्वारा इस राशि को निगम के खाते में जमा किया जाता है। 6 माह बीत जाने के बाद भी इस राशि का कोई अता पता नहीं है। राशि के लिए पार्षद इस वजह से टकटकी लगाए बैठे हैं कि माह भर बाद चुनाव होना है।

परेशानी में पार्षद व महापौर
पार्षद निधि की राशि जारी नहीं होने से वार्ड पार्षद तथा महापौर परेशान हैं। विकास कार्यों की स्वीकृति नहीं कर पा रहे हैं। यह बता दें कि नगर निगम दुर्ग में 60 पार्षद हैं प्रत्येक पार्षद के लिए पार्षद निधि की राशि 6 लाख रुपया सालाना प्राप्त होता है। वहीं महापौर निधि की राशि 1 करोड़ 12 लाख 50 हजार है। महापौर निधि से पूरे 60 वार्ड के विकास कार्यों को संपादित किया जाता है।

उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजा जा चुका
नगर निगम दुर्ग के आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने बताया कि अधो संरचना मद के तहत विकास कार्य किए गए हैं। जिसके लिए करीब 12 से 15 करोड़ का भुगतान किया जाना है। राशि के भुगतान के संबंध में उच्च कार्यालय को उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि संधारण मद की राशि पिछले 3 क्वार्टरली से निगम को प्राप्त नहीं हुई है। इसके लिए भी पत्र व्यवहार किया जा रहा है।

निगम को इन मदों की राशि का इंतजार
मद राशि
अधोसंरचना मद 15 करोड़
संधारण मद(तीन क्वार्टरली) 3 करोड़ 24 लाख
महापौर निधि 1 करोड़ 12.50 लाख
पार्षद निधि (60 वार्ड) 3 करोड़ 60 लाख


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