- October 20, 2024
धोखाधड़ी के बहुचर्चित मामले में अपोलो बीएसआर के डायरेक्टर खंडूजा गिरफ़्तार
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
छावनी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के बहुचर्चित मामले में आरोपी डॉ. मनमोहन खंडूजा को गिरफ्तार किया है। पर की गई कार्यवाही । आरोपी डाँ. मनमोहन पिता धर्मपाल खण्डुजा उम्र 67 वर्ष को किया कोलकाता से पकड़े गए हैं। लंबे समय से वे परिवार समेत शहर से गायब थे। पुलिस उन्हें फरार मानकर चल रही थी।
जानकारी के मुताबिक उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह दिनांक 17/10/2024 को थाना छावनी के अपराध क्रमांक 119/2022 धारा 420, 406, 34 भा.द.वि. के अपराध धोखाधडी के आरोपी पतासाजी हेतु थाना छावनी से स्टाप कलकत्ता पश्चिम बंगाल गयी थी। छावनी पुलिस के द्वारा उपनिरीक्षक वरूण देवता के नेतृत्व मे थाना भवानीपुर पश्चिम बंगाल से सम्पर्क किया गया। थाना भवानीपुर से सहयोग प्राप्त कर अथक प्रयास कर लगातार 03 दिन तक प्रयास करने के बाद दिनांक 19.10.2024 को उसके लैब मे पुलिस टीम ईलाज कराने के नाम पर डाँ मनमोहन खण्डुजा के लैब में जाकर डाँ मनमोहन खण्डुजा से सम्पर्क किया । जिनसे पूछताछ करने पर वह टालमटोल करने लगा । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा सोनल रूंगटा पिता संतोष रूंगटा उम्र 42 साल निवासी गंजपारा दुर्ग के साथ 50000 वर्गफीट कुल रकबा 3.50 एकड जो जुनवानी रोड स्मृति नगर भिलाई मे स्थित है उक्त अपोलो हास्पिटल जुनवानी का सौदा 960000000/- रूपये छियानवे करोड मे तय किया गया था । प्रार्थी सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये बयाना लिया गया था । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा उक्त जमीन को विपीन कुमार अग्रवाल को बेच दिया गया । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा प्रार्थी सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये का धोखाधडी करने का अपराध सबूत पाये जाने आरोपी डाँ. खण्डुजा को गिरफ्तार किया गया है । जिसे माननीय न्यायालय दुर्ग मे न्यायिक रिमाण्ड हेतु पेश किया गया है । जिसमे उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह की सराहनीय भूमिका रही है ।