- December 13, 2024
भाजपा सरकार के 1 वर्ष पर कांग्रेस का तीखा हमला: अरुण वोरा ने गिनाई नाकामियां, कहा- छत्तीसगढ़ को अंधकार में धकेला
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अरुण वोरा ने छत्तीसगढ़ में भाजपा के विष्णुदेव सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल पर जोरदार हमला बोलते हुए सरकार की नीतियों और वादाखिलाफी को लेकर तीखे सवाल खड़े किए। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए “विफलताओं का एक साल” करार दिया।
वोरा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव से पहले किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी और 3100 रुपये का एकमुश्त भुगतान करने का वादा किया गया था, जो अब पूरी तरह विफल हो चुका है। साथ ही, 500 रुपये में सिलेंडर देने का चुनावी वादा भी अभी तक अधूरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गृहणियां गैस सब्सिडी के केवल सपने देख रही हैं।
वोरा ने कहा, “महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। बिजली के बढ़े दाम और लंबे समय तक बिजली कटौती ने समस्याएं और बढ़ा दी हैं।”
उन्होंने बेरोजगारी भत्ते को बंद करने पर भी सवाल उठाए, जो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बेरोजगार युवाओं को राहत देने के लिए 2500 रुपये प्रति माह दिया जाता था, जिसके अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 550 करोड़ रुपये की राशि का भी प्रावधान किया गया था।
उन्होंने भाजपा सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि एक साल में राज्य पर 37,000 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया है। “जहां हमारी कांग्रेस सरकार ने पांच साल में केवल 45,000 करोड़ का कर्ज लिया, भाजपा सरकार हर महीने लगभग 4,000 करोड़ का कर्ज ले रही है, अगर यही रफ्तार रही तो भाजपा सरकार 5 सालों में लगभग 2 लाख करोड़ का कर्ज लेकर प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेलने के लिए तैयार है। वोरा ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर भी भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में कभी शांतिपूर्ण और विकासशील प्रदेश के रूप में जाने वाले हमारे छत्तीसगढ़ में अपराधों की बाढ़ आ गई है। हत्याएं, मॉब लिंचिंग, गैंगरेप और गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई हैं। नारायणपुर और रायपुर जैसी जगहों पर स्कूलों में बच्चियों से छेड़खानी और यौन शोषण जैसे मामलों ने प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार की कई जनहित योजनाओं को बंद कर दिया है, जिनमें गौठान योजना, स्वामी आत्मानंद स्कूल, राम वन गमन परिपथ, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक, और किसान कर्जमाफी जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल हैं। ऐसे में वोरा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा की -” उन्होंने पूछा कि जब इतनी योजनाएं बंद कर दी गईं, तो आखिर भाजपा सरकार को इतना कर्ज लेने की जरूरत क्यों पड़ रही है?इस कर्ज का उपयोग आखिर कहां हो रहा है?
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में छत्तीसगढ़ मादक पदार्थों की तस्करी का कॉरिडोर बन गया है। कोरबा और रायपुर देश के सबसे प्रदूषित जिलों में शामिल हो गए हैं। वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार की असफलताएं केवल जनकल्याण योजनाओं तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यह सरकार अपने चुनावी वादे पूरे करने में भी नाकाम रही है। उन्होंने पिछले एक वर्ष को छत्तीसगढ़ के विकास पर ब्रेक लगाने वाला दौर” करार दिया।
अरुण वोरा ने कहा कि जनता भाजपा सरकार की नाकामियों का जवाब अगले चुनाव में देगी। उन्होंने कांग्रेस की जनहित नीतियों को प्रदेश की जरूरत बताया और कहा कि भाजपा के झूठे वादों की सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है। यह स्पष्ट है कि भाजपा का एक साल का कार्यकाल छत्तीसगढ़ के लिए केवल असफलताओं और धोखे का पर्याय बन गया है।