- May 16, 2024
भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा, जलाशय खाली, जल्दी बारिश नहीं हुई तो पीने के पानी तक के लिए संकट के हालात
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग में पड़ रही भीषण गर्मी और गिरते भू जल स्तर ने चिंता बढ़ा दी है। खरखरा जलाशय का जल स्तर भी तेजी से काम हो रहा है। बता दें कि गर्मी के दिनों में दुर्ग और भिलाई शहर को पीने के पानी की सप्लाई इसी जलाशय से होती है। खरखरा का पानी ही शिवनाथ में छोड़ा जाता है। जो i इंटकवेल तक पहुंचता है। पिछले दिनों खरखरा से जरूरत के हिसाब से पानी छोड़ा गया था। लेकिन यह पानी भी जल्दी खत्म होने को है। ऐसे में जल्दी बारिश की आस विभागीय अफसर लगाए बैठे हैं।
इधर मौसम विभाग की संस्था आईएमडी ने कहा कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 31 मई को केरल पहुंचने का अनुमान है। आईएमडी के यह जल्दी नहीं है। यह सामान्य तारीख के करीब है क्योंकि केरल में मॉनसून की शुरुआत की सामान्य तारीख एक जून है।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 150 वर्षों में केरल में मॉनसून की शुरुआत की तारीख में व्यापक रूप से भिन्नता रही है, जिसके तहत राज्य में मॉनसून ने सबसे जल्दी 11 मई, 1918 को जबकि सबसे देरी से 18 जून, 1972 को दस्तक दी थी।
जानकारी के अनुसार केरल में पिछले साल आठ जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में तीन जून को और 2020 में एक जून को मॉनसून की शुरुआत हुई थी। पिछले महीने, आईएमडी ने जून से सितंबर तक चलने वाले दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया था। जून और जुलाई को कृषि के लिए सबसे महत्वपूर्ण मॉनसूनी महीना माना जाता है क्योंकि इस अवधि में खरीफ फसल की अधिकांश बुआई होती है।
भारत के कृषि क्षेत्र का 52 फीसदी मॉनसून पर निर्भर है। यह देशभर में बिजली में बिजली के उत्पादन के अलावा पीने के पानी के लिए महत्वपूर्ण जलायशों को फिर से भरने के लिए महत्वपूर्ण है।