- January 27, 2025
पत्थर का पाउडर बनाकर मिला रहे थे गुड़ में, कवर्धा के जंगलपुर में 310 क्विंटल स्टोन पाउडर जब्त
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
मुनाफाखोरी के लिए आदमी किस हद तक नीचे गिर सकता है, ये बात दो दिन पहले कवर्धा के जंगलपुर में सामने आई। जहां ज्यादा लाभ के लालच में पत्थर का पाउडर बनाकर उसे गुड़ में मिलाया जा रहा था। शिकायत के बाद हुई जांच में इसका खुलासा हुआ। जंगलपुर से 310 क्विं. स्टोन पाउडर और 23 क्विं. मिलावटी गुड़ जब्त किया गया है। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में स्टोन पाउडर मिला किडनी और लिवर को खराब करने वाला गुड़ बनाया जा रहा था।
कुंडा तहसील क्षेत्र के जंगलपुर गांव में संचालित मां दुर्गा गुड़ उद्योग में 310 क्विंटल पत्थर चूरा (स्टोन पाउडर) जब्त किया गया है। मिलावटी गुड़ बनाने के लिए उद्योग संचालक ने सीमेंट की बोरियों में भरकर इसे उत्तरप्रदेश से मंगाया गया था। सूचना पर शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात करीब 2 बजे फूड सेफ्टी डिपॉर्टमेंट ने उद्योग में दबिश दी।
इस दौरान उद्योग में डंप 620 बोरियों में 310 क्विंटल स्टोन पाउडर को जब्त किया है। इसे मिलावटी गुड़ बनाने के लिए रखा था। जब्त स्टोन पाउडर की कीमत 2,83700 रुपए बताई गई है। वहीं उद्योग से 23 क्विंटल मिलावटी गुड़ भी जब्त किया गया है। फूड सेफ्टी डिपॉर्टमेंट ने उक्त फर्म के मालिक हलधर चंद्रवंशी से बॉन्ड भरवा कर जब्त स्टोन पाउडर की बोरियों को उसके सुपुर्द किया है। वहीं स्टोन पाउडर और मिलावटी गुड़ के सैंपल जुटाए गए हैं। जिसे लैब भेजेंगे।
मां दुर्गा गुड़ उद्योग से 310 क्विंटल स्टोन पाउडर जब्त।
वजन बढ़ाने मिलावट
फूड सेफ्टी डिपॉर्टमेंट के अधिकारी जितेन्द्र नेले बताते हैं कि गुड़ उद्योग संघ के पदाधिकारियों ने जंगलपुर के उद्योग में डंप पत्थर चूरा की सूचना दी थी, प्राथमिक जांच में पता चला कि गुड़ का वजन बढ़ाने के लिए इस पत्थर चूरा को मिलावट के लिए मंगाया गया था। लैब से रिपोर्ट मिलने के बाद मामला कोर्ट में पेश करेंगे।
विशेषज्ञों की मानें तो 250 ग्राम तक स्टोन पाउडर से व्यक्ति की मौत हो सकती है। जंगलपुर के मां दुर्गा गुड़ उद्योग में 310 क्विंटल (31000 किलोग्राम) स्टोन पाउडर जब्त हुआ है। इस मिलावटी गुड़ का सेवन करने से करीब 1.24 लाख लोगों के किडनी और लिवर खराब हो सकते थे। यह स्टोन पाउडर श्वांस नली में फंसा तो फेफड़ों को डैमेज करेगा। सेहत के लिए स्टोन पाउडर बहुत नुकसानदेह है। इससे किडनी फेल होना तो तय है। अगर श्वसन नली में फंसा, तो फेफड़ों को डैमेज करेगा। लिवर में फंसा तो उसे डैमेज करेगा। शरीर के भीतर जो रक्त वाहक है, उसे खराब करेगा। जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक डीएल पुसाम का कहना है कि बैंक लोन व शासन से अन्य सुविधाएं लेने 247 गुड़ उद्योगों का पंजीयन हुआ है। जिला गुड़ उद्योग संघ के जिलाध्यक्ष हुतेन्द्र चंद्रवंशी का कहना है कि गुड़ बनाने में स्टोन पाउडर का उपयोग करना गलत है, संघ इसका विरोध करता है।