- March 21, 2025
सामान्य सभा में एम.आई.सी. प्रभारियों के अनुभव व ज्ञान की भी होगी परीक्षा, पी.डब्ल्यू.डी. स्वास्थ्य जल राजस्व व बिजली विभाग से संबंधित विषयों पर होगी चर्चा

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग। नगर निगम के नवनियुक्त एम.आई.सी. प्रभारियों के अनुभव व ज्ञान की पहली परीक्षा सामान्य सभा में लाए जाने वाले बजट बैठक में होगी। परिषद में भाजपा का बहुमत होने से प्रस्ताव को पास कराना एक औपचारिकता पूर्ण कदम होगा लेकिन सवाल जवाब व चर्चा के समय की भूमिका से ही जनसामान्य में इनकी छवि का निर्धारण होगा।
यहां गौरतलब है कि एम.आई.सी. के महत्वपूर्ण विभागों में पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य ,जल, विद्युत, राजस्व व वित्त विभाग शामिल है। इन छह विभागों में चार विभाग पीडब्ल्यूडी में देव नारायण चंद्राकर राजस्व में शेखर चंद्राकर विद्युत में ज्ञानेश्वर ताम्रकार वित्त में नरेन्द्र बंजारे अनुभवी पार्षद प्रभारी है। लगातार दूसरी बार पार्षद बनी लीना दिनेश देवांगन जल विभाग की प्रभारी है लेकिन एम.आई.सी. प्रभारी के रूप में काम करना उनका पहला अनुभव होगा। रात्रि कालीन समय में इंटकवेल में खराबी आने की वजह से मौका स्थल पर रहकर सुधरवाना भी चुनौती पूर्ण रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी पहली बार के पार्षद निलेश अग्रवाल है। श्री अग्रवाल संगठन में बेहतर ढ़ंग से काम करते रहे है।
निगम में पहला अनुभव उनके लिए कड़ी परीक्षा में कसौटी साबित करने के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहेगा। पीडब्ल्यूडी व राजस्व एवं विद्युत विभाग में अनुभवी प्रभारी अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेगें। निगम के कोष की जिम्मेदारी संभालने वाले अनुभवी पार्षद नरेन्द्र बंजारे की भूमिका केवल बजट तक सीमित नहीं रहेगी। शासन की राशि का दुरूपयोग न हो इसलिए भुगतान से संबंधित सभी फाईलों का भी सूक्ष्मता से निरीक्षण करना होगा। उक्त प्रमुख विभाग ऐसे है जिसमें सबसे ज्यादा सवाल पूछे जाते है और चर्चा की जाती है।
अनुभवी प्रभारी चर्चा में माहिर होने के साथ सवालों का जवाब देने में सक्षम है। लेकिन पहली बार प्रभारी के रूप में काम कर रहे पार्षदों को तैयार रहने की जरूरत है चूंकि विपक्ष पिछली बार परिषद में काबिज रहा है इसलिए वह सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में जुटा हुआ है।
अतिक्रमण है शहर की सबसे बड़ी समस्या
नगर निगम की महापौर अल्का बाघमार का पहला बजट पेश होने वाला है। उन्होंने जनता की इच्छा के अनुरूप विकास के इरादे जाहिर किए है। इसके साथ साथ उन्होंने दुर्ग के भावी विकास को लेकर प्लान भी बनाया है। इस बजट में महापौर की विकास को लेकर बनाई गई परिकल्पना और सोच भी उजागर होगी। वर्तमान में पूरा शहर अतिक्रमण की चपेट में है। शहर के हर चौक चौराहों में अतिक्रमण की भरमार है। अतिक्रमण की वजह से पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया है। पटेल चौक, महाराजा चौक, कसारीडीह, केलाबाड़ी, गौरवपथ, पुराना बस स्टैण्ड, नया बस स्टैण्ड, इंदिरा मार्केट, नया पारा चौक, चंडी मंदिर चौक, लुचकी तालाब, सिकोला, तितुरडीह सहित अनेक हिस्सों की जमीने अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। अतिक्रमण की बेदखली के बिना शहर के विकास की परिकल्पना का पूरा हो पाना असंभव है। रिक्त जगह मिलेगी तभी उसका सही उपयोग होगा। यह देखना है कि निगम महापौर अल्का बाघमार शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने का ठोस प्रावधान बजट में शामिल करती है या नहीं अतिक्रमण की बेदखली के बाद नियंत्रण बनाए रखने के लिए मानिटरिंग की एक अलग टीम भी तैनात करने की जरूरत है।