- April 13, 2025
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं, 1906 से संचालित स्कूल पर बुलडोज़र क्यों? अरुण वोरा ने दुर्ग नगर निगम से उठाए सवाल

ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग। स्वतंत्रता के पूर्व वर्ष 1906 से संचालित ऐतिहासिक कन्या प्राथमिक शाला को तोड़कर पानी की टंकी बनाने का प्रस्ताव दुर्ग नगर निगम द्वारा तैयार किया गया है। बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा जलागार निर्माण के लिए स्कूल भवन को तोड़ने की अनुमति माँगी गई थी, जिसे शिक्षा विभाग ने अब तक मंज़ूरी नहीं दी है। इसके बावजूद निगम द्वारा इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं।
इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा ने दुर्ग नगर निगम प्रशासन और जिला प्रशासन से सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे शिक्षा पर एक सुनियोजित हमला बताया और कहा:भारतीय जनता पार्टी को पहले भी 15 वर्ष सत्ता मिली थी, पर न शिक्षा की सुध ली, न ही स्कूलों की स्थिति सुधारी। उल्टा तीन हज़ार से अधिक स्कूलों को बंद कर दिया।”
“अब वही भाजपा सरकार और नगर निगम दुर्ग शहर में 1906 से संचालित स्कूल को तोड़कर वहाँ पानी की टंकी बनाना चाहती है। क्या बच्चों की किताबों और सपनों पर पानी की टंकी रखी जाएगी?
वोरा ने बताया कि शिक्षक नगर, दुर्ग जहाँ यह स्कूल स्थित है वहाँ पहले से ही एक पुरानी पानी की टंकी स्कूल के पास स्थित है, और उसी स्थान पर नई टंकी बनाई जा सकती है। उन्होंने यह भी ज़ोर देकर कहा कि स्कूल में इस समय 100 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, और स्कूल भवन को तोड़ना उनकी शिक्षा के साथ अन्याय होगा।
शिक्षक नगर के पूर्व पार्षद मनीष यादव और स्थानीय नागरिकों ने भी इसका विरोध करते हुए वैकल्पिक स्थल सुझाए, लेकिन नगर निगम उन्हें लगातार नज़रअंदाज़ कर रहा है।
वोरा ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा: आज प्रदेश में 8194 शिक्षक, 22,000 सहायक शिक्षक और 2500 से अधिक व्याख्याता पद रिक्त हैं। ऐसे समय में सरकार का ध्यान स्कूलों को बंद करने, स्थानांतरित करने और भवन तोड़ने में लगा है। यह ‘युक्तियुक्तकरण’ नहीं, बल्कि ‘विनाश नीति’ है। उन्होंने मांग की कि: तत्काल स्कूल भवन को तोड़ने का प्रस्ताव रद्द किया जाए, स्कूल का संरक्षण किया जाए और सुविधाएँ बढ़ाई जाएँ। दुर्ग नगर निगम शिक्षा विभाग पर दबाव डालना बंद करे और जनहित को प्राथमिकता दे।
वोरा ने गंजपारा स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के नव निर्माण के मुद्दे पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वर्ष 2023 में भेंट-मुलाक़ात के दौरान कांग्रेस सरकार ने इस स्कूल के निर्माण हेतु राशि स्वीकृत की थी। ऐसे में अब इसका निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाना चाहिए। वोरा ने कहा कि कांग्रेस की नीति है शिक्षा को बचाना, बच्चों को जोड़ना और भविष्य को संवारना।