- December 27, 2022
मुंबई एयरपोर्ट पर 3 करोड़ सोने के पेस्ट के साथ यात्री को पकड़ा
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने मुंबई एयरपोर्ट पर एक यात्री को 3 करोड़ सोने के पेस्ट के साथ पकड़ा है। यात्री मुंबई से कोयंबटूर की यात्रा करने वाला था। फिलहाल आगे की जांच की जा रही है। सीआईएसएफ ने ये जानकारी दी है।
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार करीब 1 बजकर 47 मिनट पर मुंबई एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 पर सीआईएसएफ के खुफिया कर्मचारियों ने एक यात्री की संदिग्ध गतिविधियों को देखा। यात्री को इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक के साथ-साथ भौतिक निगरानी में रखा गया। निगरानी के दौरान कर्मचारियों ने देखा कि उसने फर्श से कुछ सामान उठाया और अपने बैग में रख लिया। सामान अपने बैग में रखने के बाद वह रिटेल एरिया में स्मोकिंग जोन के पास स्थित वॉशरूम में गया, जहां उसने ड्रेस बदली और बाहर आ गया। मजबूत संदेह पर यात्री को खुफिया कर्मचारियों ने पूछताछ के लिए रोका।
सीआईएसएफ ने बताया कि चतुराई से पूछताछ करने पर यात्री ने पाउच में पेस्ट के रूप में सोने की मौजूदगी को स्वीकार किया, जो उसे एक अंतरराष्ट्रीय यात्री से मिला था। पूछताछ में यात्री ने बताया कि दूसरे यात्री ने सामान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बोडिर्ंग गेट क्षेत्र को विभाजित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कांच की शीट पर फेंक कर उसे पास कर दिया था। बाद में यात्री के पास से लगभग 6.4 किलोग्राम वजन वाली पीली धातु का पेस्ट बरामद किया गया, जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए है।
यात्री की पहचान बाद में साहुल हमीद मोहम्मद यूसुफ के रूप में हुई, जो विस्तारा की फ्लाइट से मुंबई से कोयम्बटूर की यात्रा करने वाला था। फिलहाल साहुल हमीद मोहम्मद यूसुफ को लगभग 6.4 किलोग्राम सोने की धातु के साथ आगे की कार्रवाई के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया गया है।
गोल्ड तस्करी का खेल लंबे समय से चल रहा, दुर्ग में भी हो चुकी जांच
गोल्ड तस्करी का खेल लंबे समय से जारी है। कस्टम ड्यूटी बचाने, हवाला का पैसा खपाने, बाहर का सोना सस्ते दाम में लाकर यहां खपाने का यह पूरा नेक्सेस है। पिछले दिनों इनकम टैक्स और सेंट्रल एक्साइज की टीम ने भी दुर्ग के सोना बेचने वाले व्यापारियों की जांच की थी। मामले में कस्टम ने भी पूछताछ की थी। खबर है कि सोना देश की अलग अलग सीमाओं से लाकर देश में खपाया जाता है। इसमें लंबे समय से दुर्ग सहित छग के भी बड़े व्यापारी अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।