- March 12, 2024
अटल ज्योति योजना की मौत हो गई है, लेकिन 5 जिलों के किसान उसकी लाश को सिंचाई पंपों की 6 घंटे की बिजली कटौती के रूप में 14 सालों से ढो रहे हैं : गुप्त
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी की टैरिफ याचिका पर छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग की सुनवाई में याचिका का विरोध करते हुए छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के एड. राजकुमार गुप्त ने कहा कि प्रदेश के 5 जिलों के किसान अटल ज्योति योजना में सिंचाई पंपों की बिजली आपूर्ति में प्रति दिन 6 घंटे की कटौती को पिछले 14 साल से झेल रहे हैं अटल ज्योति योजना 11 साल पहले ही बंद हो गई है लेकिन बिजली कटौती वापस नहीं लिया गया है विद्युत नियामक आयोग भी किसानों को राहत देने में विफल रही है,
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने सिंचाई पंपों को बिजली आपूर्ति की खराब गुणवत्ता की ओर आयोग का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कम वोल्टेज के कारण पंप चल नहीं पाते और जरूरत के समय सिंचाई के पानी न मिलने से किसानों के फसल सूख जाते हैं, पंप लाईन के बिजली आपूर्ति में अक्सर ब्रेक डाउन आता है जिसमें समय पर सुधार करने के लिए कंपनी के पास न तो पर्याप्त कर्मचारी हैं और न ही जरूरी सामग्री, इसका खामियाजा किसान को फसल की क्षति के रूप में भुगतना पड़ता है,
किसान संगठन के नेता ने आयोग का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित किया कि कंपनी कुप्रबंधन की शिकार है पिछले 14 साल में लाईन लास, बिजली चोरी और नान बिलिंग की समस्या का निराकरण नहीं कर सकी है और यही कंपनी के घाटे में रहने का मुख्य कारण है कंपनी के कुप्रबंधन का ठीकरा टैरिफ में बढ़ोतरी के रूप में उपभोक्ताओं पर नहीं फोड़ा जाना चाहिए,
एड राजकुमार गुप्त ने फीडर में मीटर लगाने के बजाय सभी सिंचाई पंपों में मीटर लगाने की मांग करते हुए आयोग से कहा कि बिजली अनुदान की राशि डीबीटी के अंतर्गत उपभोक्ता किसान को उनके बैंक खाते में जमा किया जाना चाहिए, किसान नेता ने आयोग से आग्रह किया है कि वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए कंपनी को निर्देश दिया जाना चाहिए कि कंपनी अपने खर्चे से सिंचाई पंपों में उपयुक्त केपेसीटर लगाये ऐसा करने के लिए किसानों पर दबाव न डालें।