- May 1, 2024
साइबर क्राइम रोकने आईजी ने बनाया मास्टर प्लान, हर थाने में कम से कम 2 अफसरों को ट्रेनिंग
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग ने साइबर क्राइम पर नकेल कसने मास्टर प्लान तैयार किया है। उन्होंने इसके लिए हर थाने में एक से दो अफसरों को ट्रेनिंग भी दी है। ताकि थाने में शिकायत पहुंचते ही पुलिस टीम हरकत में आ जाए। और साइबर फ्राड करने वाले तक तुरंत पहुंच सके। आईजी ने लोगों से अपील की है कि फ्रॉड का पता चलते ही इसकी सूचना पुलिस को दें। ताकि तुरंत अपराधियों को पकड़ा जा सके। आईजी ने इसे लेकर अधिकारियों की बैठक भी ली। अन्य राज्यों की पुलिस से साइबर संबंधी अपराधों की जानकारी पर आधारित पोर्टल जेसीसीटी पोर्टल के संबंध में जानकारी देकर चर्चा भी की। ऑनलाइन साइबर पोर्टल से संबंधित लंबित शिकायतों के त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए।
पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग ने अपने कार्यालय के सभागार में सायबर नोडल सहित प्रभारी एवम सायबर सिस्टम एडमिन की बैठक ली। मीटिंग में ऑनलाइन माध्यम से पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेंद्र शुक्ला पुलिस अधीक्षक बालोद एसआर भगत, पुलिस अधीक्षक बेमेतरा रामकृष्ण साहू उपस्थित रहे। गर्ग ने पुलिस मुख्यालय नया रायपुर से साइबर अपराधों की रोकथाम के संबंध में प्राप्त आवश्यक दिशा निर्देश के संबंध में भी जानकारी दी गई । रेंज के जिलों के सायबर सेल प्रभारी एवम सिस्टम एडमिन की बैठक के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल से प्राप्त शिकायतों पर किए जाए रही कार्यवाही का संक्षिप्त विवरण लेकर फीड किए जा रहे समस्त प्रकार के डाटा, अपराधों की विवेचना, एफ.आई.आर. एवं सभी प्रकार की जांच कार्यवाहियों की समीक्षा भी की गई। सायबर पोर्टल , जेसीसीटी में लंबित शिकायतों के निकल पर जोर दिया गया । ऑनलाइन शिकायतों पर फ्रीज अमाउंट, होल्ड अमाउंट, डिफ्रीज की प्रक्रिया के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। भविष्य में रेंज के सभी थानों से कम से कम 1 से 2 अधिकारियों को साइबर की बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें साइबर संबंधी मामले आने पर साइबर सेल पर डिपेंड ना कर स्वतंत्र रूप से काम करने की बात कही गई। साथ ही मीटिंग में निम्नलिखित प्वाइंट्स पर चर्चा की गई।