- November 29, 2022
गुरू-शिष्य का मिलन, परिक्रमा कर पांव पाखरे, हजारों धर्म प्रेमी बने साक्षी, आचार्य विशुद्ध सागर का भव्य मंगल प्रवेश
गुरू-शिष्य का मिलन, परिक्रमा कर पांव पाखरे, हजारों धर्म प्रेमी बने साक्षी, आचार्य विशुद्ध सागर का भव्य मंगल प्रवेश
ट्राईसिटी एक्सप्रेस
दुर्ग के शिवनाथ नदी तट स्थित दिगम्बर जैन समाज के नसिया तीर्थ में 1008श्री चन्द्रप्रभ भगवान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 108 आचार्य श्री विषुद्ध सागर महाराज का 27 मुनियों के साथ सोमवार को भव्य मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर गुरू विशुद्ध सागर महाराज और शिष्य सुयष सागर के मिलन के अविस्मरीणय पल के हजारों धर्म प्रेमी साक्षी बने। अपरान्ह 4.30 बजे आचार्य विषुद्ध सागर महाराज पद्मनाभपुर मार्ग से होकर जैसे ही 27 मुनियों के साथ उतई टैम्पो स्टैण्ड स्थित मंच पर पहुंचे वेैसे ही सुयष सागर ने आसन पर विराजमान होने के बाद उनकी परिक्रमा की। इसके बाद चरण पखार कर उनका आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात् आचार्य विशुद्ध सागर, सुयष सागर व 27 मुनियों के साथ जुलूस के रूप में दिगम्बर जैन खंडेलवाल भवन पहुंचे। इससे पहले अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सुयष सागर ने कहा कि दुर्ग में गुरू शिष्य का मिलन हो रहा है। इसे लेकर जो तैयारियां की गई है, उसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे स्वर्ग धरती पर उतर आया है। जैन समाज के साथ आम लोग भी गुरू शिष्य का मिलन देखने आतुर हैं। उन्होंने कहा कि कई पुण्य के भव से गुरू के दर्शन होते हैं। गुरू शिष्य के मिलन से दुर्ग महातीर्थ बन गया है। विशुद्ध सागर महाराज एक दिसंबर तक दिगम्बर जैन खंडेलवाल भवन में रहेंगे। इसके बाद दो दिसम्बर को सुबह नसिया तीर्थ में उनका मंगल प्रवेश होगा। इसके बाद आचार्य विशुद्ध सागर 3 से 8 दिसम्बर के बीच पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव में पाषाण को भगवान बनाने गर्भ, जन्म तप ज्ञान व मोक्ष कल्याणक की रस्म पूरी करेंगे। इस अवसर पर सर्वहारा वर्ग की खुशहाली के लिए विश्व शांति महायज्ञ का भी आयोजन किया गया है। आचार्य विशुद्ध सागर के मंगल प्रवेश के लिए दिगम्बर जैन समाज द्वारा जोरदार तैयारी की गई थी। इस अवसर पर पंचकल्याणक महोत्सव समिति के संयोजक सजल काला, सह संयोजक संदीप लुहाड़िया, दिगम्बर जैन पंचायत के अध्यक्ष राकेश छाबड़ा, प्रचार प्रसार प्रभारी सुनील गंगवाल, महापौर धीरज बाकलीवाल, समाज के अध्यक्ष ज्ञानचंद पाटनी, दिलीप बाकलीवाल, पंकज छाबड़ा, मनोज बाकलीवाल, अनिल गंगवाल, सुरेश जैन, रमेश सेठी, कैलाष बाकलीवाल, विमल बड़जात्या, महेन्द्र पाटनी, मनीष बड़जात्या, दिगम्बर जैन पद्मनाभपुर के अध्यक्ष राकेश जैन, अभिषेक जैन सहित भारी संख्या में धर्मप्रेमी मौजूद थे।