- April 29, 2023
क्षितिज का बढ़ रहा राजनीतिक कद, 1 मई को बोरे बासी कार्यक्रम में पूरे संभाग के मंत्रियों और वीआईपी को आमंत्रित किया, इसके मायने क्या…
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग में इन दिनों एक नया राजनीतिक चेहरा उभरकर सामने आया है, नाम क्षितिज चंद्राकर। वेल एजुकेटेड और यंग, जिसके साथ आज युवाओं की बड़ी टोली है। छत्तीसगढ़ प्रोफेशनल कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पिछले दो सालों में उन्होंने कई ऐसे काम किए हैं, जिसकी वजह से उन्हें एक अलग पहचान मिली है। अपने से बड़ों का सम्मान और बेहतर राजनीतिक समझ की वजह से भी वे खासे चर्चा में रहे। इन सबके बीच यह बताना भी जरूरी है कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दामाद हैं। क्षितिज ने शनिवार को एक कार्यक्रम की घोषणा की है। इसमें उन्होंने दुर्ग संभाग और रायपुर के कई दिग्गज नेताओं, मंत्रियों और वीआईपी यानी विधायक, महापौर, आयोग के अध्यक्ष से लेकर अन्य को आमंत्रित किया है।
उनके पदमनाभपुर स्थित कार्यालय में 1 मई को बोरे बासी दिवस मनाने की तैयारी है। इसे लेकर एक बड़ा सा पंडाल तैयार किया जा रहा। पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया है। इससे माना जा रहा है की यह क्षितिज का राजनीति में विधिवत पदार्पण है। आने वाले विधानसभा या लोकसभा चुनाव में वे प्रत्याशी हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव में उन्हें दुर्ग शहर या ग्रामीण से उतारने की तैयारी चल रही है। ऐसे में वर्तमान में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू या फिर दुर्ग विधायक अरुण वोरा की टिकट कटना तय है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच को गांव गांव तक पहुंचाने छत्तीसगढ़ प्रोफेशनल कांग्रेस ने पहले ही मुहिम चला रखी है। मजदूर दिवस के दिन बोरे बासी का यह कार्यक्रम कई मायनों में अहम है।
इन नेताओं को आमंत्रित किया गया
आयोजन में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मंत्री अनिल भेड़िया, दुर्ग विधायक अरुण वोरा, बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, महापौर धीरज बाकलीवाल, भिलाई मेयर नीरज पाल, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप चौबे, पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, मुकेश चंद्राकर सहित अन्य प्रमुखनेताओं को आमंत्रित किया गया है।
विरोधियों की चिंता बढ़ी, एक सर्वे में भी क्षितिज को बताया जीतने वाला प्रत्याशी
पिछले दिनों एक सर्वे में क्षितिज को जीतने वाला प्रत्याशी बताया था। दुर्ग और दुर्ग ग्रामीण दोनों ही जगहों पर उन्हें पसंद किया गया। वर्तमान में दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसियों में ही खासी नाराजगी है। वे अपने विधायकों की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। उनकी सुनवाई नहीं है। दोनों ही जगहों पर जनता का भी खासा विरोध है। जनता से जुड़े मुद्दों पर सुनवाई नहीं हो रही है। इसे देखते हुए ही क्षितिज को एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा क्षितिज के सक्रिय होने से वर्तमान विधायक से लेकर टिकट की दौड़ में शामिल अन्य नेताओं की चिंता बढ़ गई है।