- December 11, 2022
जिम्मेदारों की लापरवाही ने कुम्हारी फ्लाई ओवर में ली दो लोगों की जान, 3 बेटियों को किया अनाथ
जिम्मेदारों की लापरवाही ने कुम्हारी फ्लाई ओवर में ली दो लोगों की जान, 3 बेटियों को किया अनाथ
नेहरूनगर से कुम्हारी के बीच बन रहे फ्लाई ओवर के निर्माण में एक बार फिर लापरवाही सामने आई है। एनएच-53 पर बन रहे कुम्हारी फ्लाईओवर ब्रिज में एनएच के इंजीनियर और ठेकेदार की लापरवाही से एक साथ दो लोगों की मौत हो गई। भिलाई से रायपुर की तरफ जाने वाली ब्रिज को दोबारा बनाने के लिए उखड़वा दिया गया था, लेकिन वहां वाहन न जा सके इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। इस ब्रिज से गिरकर बाइक सवार दंपती की मौत हो गई। दुर्घटना ने तीन बच्चियों को अनाथ कर दिया। इस मामले में ठेकेदार और इंजीनियर्स की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ अपराध दर्ज किया है, लेकिन सरकारी सिस्टम में बैठे कमीशनखोरों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। यह आरोप बीजेपी के नेताओं ने लगाया है। घटना के बाद भाजपा किसान मोर्चा और आरएसएस के लोगों ने कुम्हारी थाने के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ब्रिज के दोनों छोर में खड़े होकर सिर्फ चालान काटने का काम करती है।
सुरक्षा लिहाज से बैरिकेड तक नहीं लगाए गए
एक भी ट्रैफिक पुलिस ब्रिज के नीचे ट्रैफिक को डायवर्ट करने के लिए नहीं दिखती है। दोपहर में पांच-पांच स्कूलों के बच्चे घर जाने के लिए निकलते हैं। भारी ट्रैफिक के बीच दुर्घटना का अंदेशा रहता है, लेकिन एक भी ट्रैफिक पुलिस का सिपाही ट्रैफिक को सही करने के लिए नहीं आता है। दिन भार लोगों का धरना चलता रहा। इसके बाद सीएसपी प्रभात कुमार ने उनकी बात सुनी और सही कार्रवाई का वादा किया।
दरअसल कुम्हारी ओवर ब्रिज पूरा बनकर तैयार हो गया था। जब टेक्निकल टीम ने इसका निरीक्षण किया तो यहां का आर्च टेढ़ा मिला। इसके चलते भिलाई से रायपुर को जाने वाले ब्रिज के स्पॉन को खोला गया और वहां फिर से नया आर्च बनाया गया। ठेकेदार ने ब्रिज को खोल तो दिया, लेकिन उसने उस एप्रोच रोड को नहीं बंद किया, जो इस ब्रिज को जोड़ रही थी। ठेकेदार ने ब्रिज में कहीं भी वर्क इन प्रोग्रेस का बोर्ड, खतरे का बोर्ड, निर्माण प्रगति पर है जैसे साइन बोर्ड नहीं लगाया। इससे बाइक व कार चालक भ्रम में पड़ गए और तेज रफ्तार से मौत के ब्रिज की ओर बढ़ते गए और उसमें गिरकर दो की मौत हो गई।
कुम्हारी फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे का ट्रैफिक इस तरह जान जोखोम में डालकर जा रहे बच्चे
इस तरह बाइक सवार ब्रिज से गिरा नीचे
जानकारी के मुताबिक 9 दिसंबर की रात 11.30 बजे आजू राम देवांगन जंजगिरी से रायपुर चंगोराभाठा अपने घर जा रहे थे। उसके साथ बाइक सीजी 04 एनवी 5125 में उनकी पत्नी निर्मला देवांगन और बेटी अन्नू देवांगन थी। आजू राम ने अपनी बाइक से भिलाई से रायपुर जाने वाले साइड के ब्रिज जा रहा था। अचानक उसने देखा कि उसके 100 मीटर आगे ब्रिज ही नहीं है। उसने बाइक को तेज ब्रेक मारी तो वह असंतुलित हो गई। इससे आजूराम बाइक लेकर अपनी बेटी के साथ ब्रिज के नीचे गिर गया और उसकी पत्नी 48 नंबर पिलर से टकराकर वहीं लटक गई। घटनास्थल पर बिखरा खून और अन्नू की डॉल ये बताती है कि दुर्घटना कितनी भीषण थी। पुलिस ने दोनों पति-पत्नी के शव को पीएम के लिए भेजा और बेटी को इलाज के लिए एम्स रेफर किया।
ब्रिज से नीचे गिरी कार के उड़ गए परखच्चे
आजूराम की मौत के बाद सीएसपी छावनी खुद मौके पर बल लेकर पहुंचे। इसके बाद पुलिस के जवानों से बैरिकेडिंग करवाई। लगभग दो घंटे बाद फिर वहीं से एक तेज रफ्तार कार सीजी 04 एनएस 8449 गुजरी। कार चालक हिमांशु पवानी भी उसी मौत के ब्रिज की तरफ तेजी से बढ़ गई। पुलिस उन्हें रोक भी नहीं पाई और वह भी उसी जगह कार लेकर ब्रिज के नीचे जा गिरे। गनीमत यह रही की नई टेक्नोलॉजी की कार होने से उसके दो एयर बैग एक साथ खुल गए और हिमांशु को खरोच तक नहीं आई।