- December 8, 2022
आनंद चाहिए तो जिनवाणी में गोता लगाएं : आचार्य विशुद्ध सागर
ट्राईसिटी एक्सप्रेस। न्यूज
आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि जिसको सम्यक दर्शन होता है, वह भक्ति से दूर नहीं हो सकता। सम्पूर्ण विश्व का आनंद चाहिए तो जिनवाणी में गोता लगाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कथानक पुराण व दृष्टांत आत्मा के अंदर प्रवेश कराते है।
नसिया तीर्थ में ज्ञान कल्याणक के दिन एक प्रसंग के माध्यम से आचार्य ने बताया कि ज्ञान यदि लंगड़ा है और चरित्र यदि अंधा है तो दोनों को मिलाकर मोक्ष के मेले तक पहुॅचा जा सकता है। संसार में श्रेष्ठ वक्ता बनना है तो उसके लिए तैयारी नहीं करनी चाहिए बल्कि तैयार रहना चाहिए। तैयारी करने वाले के माथे फट जाते है। जो श्रावक को पुण्य क्रिया करने का निषेध कर रहा है वह छल कर रहा है। काम एैसे करो कि पाप का बंध न हो। ऊँचा देखो और ऊँचा बोलो। किसी भी वस्तु या व्यक्ति को अच्छी आँखों से देखो। सबके दिन एक जैसे नहीं होते समय कभी भी बदल सकता है। आचार्य जी ने कहा है कि जिनालय में दान करने से स्वर्ग मिलता है। दान करने से गृहस्थी के पाप कटते है। उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए किए गए दान का उपयोग अपने लिए कभी मत करो उससे नरक गति प्राप्त होती है।
भगवान का हुआ आहार
बुधवार को ज्ञान कल्याणक के दिन सुबह 7 बजे नित्य महाभिषेक शांतिधारा पूजन एवं शांति हवन हुआ। पूर्वान्ह 10 बजे भगवान का आहार का कार्यक्रम हुआ। दोपहर 1 बजे ज्ञान कल्याणक की अंतरंग क्रियाएँ प्रारंभ हुई। श्रीजी की स्थापना मंत्र साधना तिलक दान मुखोद्घाटन नेत्रोन्मीलन प्राण प्रतिष्ठा सूरी मंत्र केवल ज्ञानोत्पत्ति समवषरण रचना, तत्वचर्चा ज्ञान कल्याणक पूजन व जिनबिम्ब स्थापना का कार्यक्रम हुआ, शांति धारा का सौभाग्य कमल कुमार विनोद कुमार पाटनी को प्राप्त हुआ। आचार्य जी के पाद प्रसाद का अवसर मूलचंद नमन गंगवाल कांची व शास्त्र भेंट का सौभाग्य मुन्नी देवी रतन लाल पाण्डया को प्राप्त हुआ। दीप प्रज्जवलन राकेष छाबड़ा दिलीप बाकलीवाल व पंकज छाबड़ा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छ.ग.वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष व विधायक अरुण वोरा ज्ञानचंद गंगवाल, महापौर धीरज बाकलीवाल, जिला भाजपाध्यक्ष जीतेन्द्र वर्मा अन्य अतिथि के रूप में सविता अष्वत जैन कर्नाटक देवेन्द्र अजमेरा गोन्दिया पंकज बोहरा नागपुर प्रदीप पाटनी रायपुर व बलौदाबाजार के अध्यक्ष उपस्थित थे। मंच संचालन जितेन्द्र पाटनी ने किया।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में अक्षय जैन, महेंद्र पाटनी, सजल काला, नवीन बड़जात्या, राकेश छाबड़ा धर्मचंद काला संदीप लुहाड़िया अभिषेक पाटनी, अनिल गोधा ज्ञानचंद पाटनी, मनोज बाकलीवाल, पंकज छाबड़ा, दिलीप बाकलीवाल, महावीर गंगवाल, कजोड़मल, किषोर कुमार बड़जात्या टीकम बाकलीवाल,प्रषांत जैन, प्रवीण बड़जात्या ज्ञानचंद गंगवाल, संदीप पटौदी, दीपक लुहाड़िया,प्रदीप बाकलीवाल, अमोल गोधा, आषीष जैन, शिखरचंद जैन,मनीष बड़जात्या, सुनील गंगवाल सहित भारी संख्या में धर्मप्रेमी मौजूद थे।
आज के कार्यक्रम
गुरूवार 8 दिसमबर को मोक्ष कल्याणक पूजन के साथ विश्व शांति महायज्ञ होगा। जिनबिम्ब की स्थापना कलषारोहण ध्वजारोहण के बाद 21 फीट तीन इंच की 1008 श्री चंद्रप्रभ भगवान 11 फीट की 1008 श्री मुनिसुव्रतनाथ भगवान व 11 फीट की 1008 श्री पार्श्वनाथ भगवान की पदमासन प्रतिमा का प्रथम महामस्ताभिषेक एवं रथप्रदक्षिणा विसर्जन का कार्यक्रम होगा।