- June 12, 2024
कॉलेजों में अब दो बार एडमिशन और दो बार फाइनल एग्जाम, जनवरी से शुरू होगा दूसरा सत्र
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुनिया के टॉप ग्लोबल इंस्टीट्यूट की तर्ज पर अब देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में साल में दो बार एडमिशन हो सकेंगे। यूजीसी ने इसकी अनुमति दे दी है। पहला सत्र जुलाई-अगस्त तो दूसरा जनवरी-फरवरी में में शुरू होगा। दोनों सत्र 12-12 महीने चलेंगे। दोनों के लिए दो बार प्रवेश परीक्षा और दो बार फाइनल परीक्षा होंगी। दूसरा सत्र नवंबर-दिसंबर में खत्म होगा। यह व्यवस्था जनवरी-2025 के सत्र से लागू होगी। इस फैसले से विश्वविद्यालय व उच्च शिक्षा संस्थानों में रेगुलर मोड में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी के सभी पाठ्यक्रमों में जनवरी 2025 से दाखिले होंगे। अभी दुनिया की टॉप- 300 यूनिवर्सिटीज में साल में दो बार एडमिशन होते हैं। इस व्यवस्था से दो अलग-अलग सत्र चलाने का प्रावधान सभी विश्वविद्यालयों के लिए अनिवार्य नहीं है, लेकिन जिनके पास तय मानकों के हिसाब से तय पर्याप्त बुनियादी संसाधन उपलब्ध हैं, ऐसे विश्वविद्यालय जनवरी, 2025 से ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन व पीएचडी सभी कोर्सेज के लिए अपना दूसरा सेशन शुरू कर सकते हैं। इन संस्थानों के पास जनवरी सत्र शुरू करने की तैयारी के लिए अभी छह महीने का वक्त है।
2022 में पहला प्रयोग… एक साल में डिग्री मिली
पिछले वर्ष यूजीसी ने ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (पत्राचार) और ऑनलाइन माध्यम में उच्च शिक्षा संस्थानों में साल में दो चक्रों में दाखिला देने की अनुमति दी थी। जुलाई 2022 के सत्र में 19,73,056 छात्रों ने दाखिला लिया था, लेकिन इस अनुमति के के बाद जनवरी, 2023 सत्र में अतिरिक्त 4,28,854 छात्रों ने दाखिला ले लिया। इस आंकड़े से पता चला कि दूसरे अकादमिक सत्र की इजाजत से करीब सवा चार लाख से ज्यादा छात्रों को डिग्री कोर्स में दाखिला पाने के लिए पूरे एक साल इंतजार करना पड़ा।