- December 5, 2023
सिंहदेव को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बना देते तो शायद कांग्रेस की नहीं होती इतनी बड़ी हार
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
विधानसभा 2023 में कांग्रेस की इतनी बुरी हार के कारणों को तलाशने माथापच्ची शुरू हो गई है। इस हार का सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि सरगुजा की सभी 14 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। जबकि पिछले चुनाव में नतीजा इससे उलट रहा। इससे यह बात सामने आ रही है कि स्थानीय लोगों में टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से ज्यादा नाराजगी थी। 2018 के चुनाव में कांग्रेस को जहां 68 सीट मिली थी, भाजपा को 15 और जनता कांग्रेस को 5 सीट मिली। 2 सीट अन्य के खाते में गई। उस समय यह चर्चा रही कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। ढाई साल भूपेश बघेल और ढाई साल टीएस सिंहदेव को सीएम बनाया जाएगा। इसे लेकर कर पार्टी में लगातार अंतर्कलह की स्थिति भी देखी गई। यहां तक कांग्रेस के बहुत से विधायक दिल्ली तक पहुंचे। उन्होंने भूपेश बघेल को नहीं बदलने की मांग की। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव भी बनाया गया। इसके बाद पार्टी ने भूपेश बघेल को ही पांच साल तक मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दी। साथ ही टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद भी लोगों की नाराजगी देखनों को मिली। सरगुजा से कांग्रेस सभी 16 सीट पर हार गई। पहला मौका है कि सरगुजा की सभी सीटों से कांग्रेस को इतनी बुरी तरह से हार मिली है। इस बार नतीजा एकदम से उलट आया। इस बार भाजपा 54, कांग्रेस 35 और एक अन्य के खाते में गई। जनता कांग्रेस और बसपा को एक भी सीट में जीत नहीं मिली। उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव हार गए, जबकि पूरे सरगुजा में उनकी पैठ मानी जाती रही है।