- November 27, 2022
कतर में खेले जा रहे फीफा वर्ल्डकप में हुआ बड़ा हादसा, खेल गांव के पास लगी भीषण आग
ट्राइसिटी एक्सप्रेस
कतर में फुटबॉल का 22वां वर्ल्डकप खेला जा रहा है। 20 नवंबर से शुरु हुए इस मेगाइवेंट में ग्रुप दौर के मैच चल रहे हैं। अलग-अलग कारणों से चर्चा में चल रहा यह टूर्नामेंट एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल, यहां की वर्ल्डकप सिटी लूसेल में आग लगने की घटना सामने आई है। यह घटना लूसेल के केताफैन आइलैंड के पास बने खेल गांव (फैन विलेज) की है।
सोशल मीडिया में वायरल फोटोज और वीडियो में आग लगने के बाद आसमान में काला धुआं उठता हुआ नजर आ रहा है। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, फीफा के अधिकारियों ने बताया कि घटना का कारण एक निर्माणधीन भवन में चिंगारी भड़कना बताया है। घटना की सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंच गई। हादसे में किसी के घायल होने की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
आग लगने से अफरातफरी का माहौल
आग लगने से उठा धुंआ जब खेल गांव की तरफ बढ़ा तो अफरातफरी का माहौल हो गया है। लोग यहां वहां भागने लगे। हालांकि प्रशासन की टीम ने उन्हें समझाया कि आग बड़ी नहीं है। कतर के आंतरिक मंत्रालय ने बताया कि स्थानीय समयानुसार आग लगने की घटना दोपहर के समय हुई। आग लुसैल शहर के एक द्वीप पर लगी थी। मालूम हो कि लूसैल शहर वर्ल्डकप के कई मैचों की मेजबानी कर रहा है। यहां 26 नवंबर की देर रात लियोन मैसी की टीम अर्जेंटीना का मैच मैक्सिको से साथ खेला जाएगा।
खराब निर्माण कार्य को लेकर पहले भी उठ चुकी हैं उंगलियां
22 वें फुटबॉल वर्ल्डकप की मेजबानी के लिए कतर ने काफी पैसा खर्च किया है। लेकिन, इसके बावजूद भी यहां के निर्माण कार्य की गुणवत्ता से लेकर बंदोबस्त को लेकर तमाम तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस मेगा इवेंट के आयोजन के लिए कतर ने लगभग 185 बिलियन पाउंड की रकम खर्च की है और इस रकम का तकरीबन आधा हिस्सा लुसेल सिटी को बनाने में हुआ है। यहां कई आधुनिक निर्माण किए गए हैं। यहां चार आईलैंड, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल, जू, गोल्फ कोर्स और ढाई लाख लोगों के लिए खेल गांव का निर्माण किया गया है। यहां 18 दिसंबर को विश्वकप का खिताबी मुकाबला भी खेला जाएगा।
अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में रहा है आयोजन
कतर की मेजबानी में चल रहे फुटबॉल विश्वकप अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में रहा है। जहां इस टूर्नामेंट में अबतक कई बड़े उलटफेर देखे गए हैं। जिनमें पूर्व चैंपियन अर्जेंटीना और जर्मनी जैसी टीमों को उनके मुकाबले कमजोर समझे जाने वाली टीमों ने शिकस्त दी है।
इसके अलावा अपने देश में चल रहे हिजाब विरोध प्रदर्शन के सपोर्ट में ईरानी खिलाड़ियों की तरफ से मैच के दौरान राष्ट्रगान गाने से मना करना भी चर्चा का विषय बना था।