- August 6, 2023
नन्हे मुन्ने बच्चे भगवान का दूसरा रुप, मुख्यमंत्री ने दिया बच्चों पर विशेष ध्यान : वोरा
ट्राई सिटी एक्सप्रेस। न्यूज
दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ विधायक एवं राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष अरुण वोरा की कार्यशैली दीगर जनप्रतिनिधियों से अलग है। श्री वोरा अपनी दिनचर्या में सप्ताह में दो बार शहर के विभिन्न स्कूलो में अध्ययनरत् बच्चों से भी मुलाकात करते है और उनके साथ समय बिताकर उनकी पढ़ाई लिखाई की भी जानकारी लेते है। वहीं स्कूली बच्चे विधायक श्री वोरा को अपने बीच पाकर बेहद प्रफुल्लित होते है।
दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अरुण वोरा सुबह प्रतिदिन अपने निवास में पहुंचे मतदाताओं से मुलाकात कर समस्याओं की जानकारी लेकर उसका त्वरित निराकरण करते है। इसके बाद क्षेत्र के भ्रमण पर निकल जाते है। इस बीच आम नागरिको और कार्यकर्ताओ से भी मिलते है। दुर्ग शहर की जनता के विश्वास को मजबूत बनाए रखने के लिए निष्ठा समर्पण और ईमानदारी से सेवा के साथ विकास की सतत् प्रक्रिया को जारी रखना उनकी दिनचर्या में शामिल है। इसके साथ- साथ धार्मिक व सामाजिक आयोजनो में भी श्री वोरा की भागीदारी बराबर बनी रहती है। अपनी व्यस्ततम दिनचर्या के बीच श्री वोरा स्कूली बच्चों के लिए भी समय निकाल लेते है और अचानक किसी भी स्कूल में जाकर बच्चों के बीच पहुंच जाते है। बच्चो के बीच जाकर श्री वोरा सबसे पहले उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते है। इसके बाद उनकी पढ़ाई लिखाई के विषय में पूछते है और कापी पेन व टाफी का वितरण करते है। श्री वोरा का कहना है कि नन्हे मुन्ने बच्चे भगवान के दूसरे रुप है। बच्चे देश के असली धरोहर है तथा बच्चे आने वाले भारत के भविष्य है। बच्चे आने वाले समय में प्रदेश व देश को एक नई ऊंचाई एवं शिखर तक ले जाएगे। बच्चों के साथ समय बिताना एक अद्भूत पल है। इनके बीच रहने से सारी थकान मिट जाती है और सुकून मिलता है। बच्चे स्वस्थ्य रहकर बेहतर शिक्षा का लाभ ले इसका भी ध्यान रखना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है पूरा विधानसभा क्षेत्र उनका परिवार है।
श्री वोरा ने कहा कि नन्हे मुन्ने बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का अभियान चलाकर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य की जनता का दिल जीत लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति प्रदेश की जनता के भरोसे के सबसे मजबूत आधार में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए उठाया गया क्रांतिकारी कदम भी शामिल है। मुख्यमंत्री बघेल ने छग के उज्जवल भविष्य के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल की शुरुआत की है। इसका पूरा लाभ मध्यम गरीब व निम्न वर्ग के बच्चों को मिल रहा है। आधुनिक सुविधाओं से लैंस इन स्कूलों की शिक्षा उच्च गुणवत्ता वाली है। आज ग्लोब- लाइजेशन का दौर है और अंग्रेजी एक सार्वभौमिक भाषा है। हालांकि निम्न व मध्यम वर्ग के परिवारो के लिए यह संभव नही था कि वे भी अपने बच्चों को उच्च वर्ग के बच्चों की तरह अंग्रेजी मीडियम वाले स्कूलो में पढ़ाए। मुख्यमंत्री श्री बघेल के इस कदम से अब बिना मोटी फीस चुकाए हर वर्ग के बच्चों को स्वामी आत्मानंद स्कूलो के माध्यम से अंग्रेजी शिक्षा का लाभ मिल रहा है।